पहला विश्व स्वदेशी खेल उत्तरी ब्राजिलियाई शहर पालमास में 23 अक्टूबर 2015 को प्रारंभ हुआ. खेलों का समापन 31 अक्टूबर 2015 को होगा.
इन खेलों में कई खेल– प्रतिस्पर्धाएं हैं. इसमें कई स्वदेशी जातीय समूहों के करीब 2000 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं. इसमें इथियोपिया, मंगोलिया, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, रुस, फिलिपिन्स और न्यूजीलैंड आदि देश शामिल हैं.
प्रतिभागियों ने 22 अक्टूबर 2015 को पालमास के सेंट्रल स्क्वायर में परंपरागत मशाल प्रज्वलन समारोह में हिस्सा लिया. परंपरागत परिधान पहनकर समारोह में नृत्य किया.
खेलों में तीरंदाजी, भाला फेंकना, कैनोइंग और जंगल दौड़ आदि खेल शामिल हैं.
इसके अलावा इसमें कई गैर–प्रतिस्पर्धी प्रतियोगिताएं भी होंगी. जिनमें स्वदेशी जातीय समूहों द्वारा कई अलग– अलग परंपराओं को दिखाया जाएगा. जैसे – फुटबॉल की तरह खेला जाने वाला, जिकुनाहिती. इस खेल में खिलाड़ी गेंद को सिर्फ सिर से नियंत्रित करता है. यह ब्राजील के माट्टो ग्रौस क्षेत्र में खेला जाता है.
विश्व स्वदेशी खेल
पहले विश्व स्वदेशी खेल की कल्पना मार्कोस टेरेना के अंतर्जनजातीय परिषद (आईटीसी) ने की और राष्ट्रीय जागोस डॉस पावोस इंडिजिनस से विकसित होकर यह 1999 में शुरु हुई. विश्व स्वदेशी खेल आईटीसी, ब्राजिलियाई खेल मंत्रालय और पामास नगर निगम का संयुक्त प्रयास है.
"2015 में हम सभी स्वदेशी हैं" इस आदर्श के साथ टोकैंटिंस राज्य की राजधानी पामास, खेलों की मेजबानी करेगा. इसमें पृथ्वी के सभी कोने से आने वाले स्वदेशी लोग हिस्सा लेंगें.
नगरपालिका सरकार ने स्वदेशी खेलों के आयोजन की देखरेख हेतु असाधारण सचिवालय का निर्माण कराया है.
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