रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ‘डीआरडीओ’ द्वारा 3 जनवरी 2016 को पिनाका-II प्रक्षेपास्त्र-सह-मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली का पोकरण-चांधन के फील्ड फायरिंग रेंज से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. डीआरडीओ और सेना द्वारा संयुक्त रूप से विकसित पिनाका मार्क द्वितीय ने लक्ष्य (जो फायरिंग बिंदु से 53 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था) को सफलता पूर्वक नष्ट किया.
विदित हो कि पिनाका का प्रथम संस्करण पहले की सेना देश को अपनी सेवाएं दे रहा है. पिनाका प्रथम प्रक्षेपण वाहन का कारगिल युद्ध में बहुत की सक्रिय योगदान रहा जिसे हिमालय के पहाड़ों में पहुंचकर दुश्मन पर राकेट दागे. पिनाका प्रथम की मारक दूरी क्षमता 40 किमी तक है. पिनाका में शोध एवं विकास के बाद पिनाका द्वितीय संकरण का निर्माण किया गया जिसमें उच्च स्तरीय सॉफ्टवेयर से संचालित कर अधिकतम 60 किमी की दूरी पर मार करने की क्षमता विकसित की है. शुक्रवार को परीक्षण में पिनाका ने सफलता पूर्वक 53 किमी दूर लक्ष्य भेदने में कामयाबी हासिल की. इस प्रक्षेपण वाहन में छह राकेट के ग्रुप में दो लांचर स्थापित हैं जो किसी अग्रिम चौकी में पहुंचकर एक समय में 12 राकेट सफलतापूर्वक दाग सकते हैं.
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