अगस्त 2015 के चौथे सप्ताह में फेलो ऑफ अमेरिकन सोसायटी फॉर मेटल्स (एएसएम) के लिए तीन भारतीयों को नामांकित किया गया. इन तीन भारतीयों के अलावा तीन अन्य भरतवंशियों को फेलो ऑफ एएसएम फॉर 2015 के लिए 29 फेलो की सूची में शामिल किया गया है.
भारतीय फेलो के नाम है प्रदीप गोयल, विवेकानंद कैन और गणकिडी मधुसुदन रेड्डी.य़ह उपलब्धि हासिल करने वाले भारतवंशी हैं– प्राणेश अस्वथ, सुवीन माथुधु और मुथुकुमारसामी सदायप्पन.
सभी 29 व्यक्तियों को सामग्री विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा. इन फेलो को अक्टूबर 2015 में अमेरिका के ओहियो राज्य में कोलंबस में आयोजित होने वाले मटेरियल्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी समारोह के दौरान पुरस्कृत किया जाएगा.
फेलो के बारे में
प्रदीप गोयलः ये मुंबई के प्रदीप मेटल्स के सीएमडी हैं. इन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान वाले इंडस्ट्री माइक्रोवेव रिसर्च सेंटर की स्थापना और अयस्क एवं पेट्रोकेमिकल प्रसंस्करण में नई प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर पर्यावरण एवं उर्जा सुधारों में उनके योगदानों के लिए चुना गया है.
विवेकानंद कैनः ये भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, मुंबई में प्रोफेसर और वैज्ञानिक हैं. इन्हें परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में जंग लगने, खासतौर पर स्टेनलेस स्टील, निकेल और जरकोनियम मिश्रधातु में जंग लगने का कारण समझने और उसे नियंत्रित करने पर फोकस करने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदानों के लिए चुना गया है.
गणकिडि मधुसुदन रेड्डीः ये हैदराबाद में रक्षा धातुकर्म अनुसंधान प्रयोगशाला में वैज्ञानिक हैं. इन्हें वेल्डिंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी में रक्षा और एयरोस्पेस अनुप्रयोगों में इस्तेमाल किए जाने वाले महत्वपूर्ण घटकों के निर्माण हेतु समाधान के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए चुना गया है.
प्राणेश अस्वथः ये अमेरिका के अर्लिंगटन में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में प्रोफेसर और एसोसिएट डीन हैं. इन्हें स्नेहक योगशील रसायन विज्ञान, ट्राईबायोफिल्म निर्माण और घर्षण एवं घिसाव के बीच बुनियादी संबंधों की स्थापना के माध्यम से ट्राइबायोलॉजी विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदानों के लिए चुना गया था.
सुवीन माथुधुः ये यूसी रीवरसाइड में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और उन्हें अमेरिकी सैन्य सामग्री अनुसंधान प्रयासों में उनके वैज्ञानिक नेतृत्व, प्रबंधन और वकालत खास कर नए उन्नत हल्केवजन वाले धातुओं और थोक नैनो–संरचित सामग्रियों के विकास और समर्थन के लिए चुना गया है.
मुथुकुमारसामी सदायप्पनः ये कनाडा के कैनमेट मटेरियल्स में अनुसंधान वैज्ञानिक हैं. उन्हें अलौह फाउंड्री धातु विज्ञान और घनीकरण प्रसंस्करण के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए फेलो चुना गया है.
अमेरिकन सोसायटी फॉर मेटल्स (एएसएम) के बारे में
यह मटेरिल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग के साथ जुड़े विशेषज्ञों का तकनीकी समुदाय है.
इसकी स्थापना 1969 में मटेरिल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग के क्षेत्र में मान्यता प्रदान करने के लिए हुई थी. साथ ही इसका उद्देश्य समुदाय में सलाहकारों के तौर पर सेवा प्रदान करने वाले तकनीकी और पेशेवर नेताओं का व्यापाक आधार मंच विकसित करना भी है.
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