राजस्थान सरकार ने 7 जनवरी 2016 को बाड़मेर में स्वच्छ पीने के पानी के लिए केयर्न इंडिया के साथ समझौता किया है. पीने का पानी थार रेगिस्तान में एक बहुमूल्य वस्तु है. समझौते के बाद प्रदेश में बाड़मेर ज़िले के लोगों को आरओ प्लांट से साफ़ सुथरा पीने का पानी उपलब्ध हो सकेगा.
एमओयू: केयर्न इंडिया बाड़मेर में 3 सालों में लगाएगी 333 आरओ प्लांट-
- इस करार के तहत केयर्न इंडिया बाड़मेर में आने वाले तीन सालों में 333 आरओ प्लांट (क्षमता प्रति 1,000-3,000 लीटर प्रति घंटा) लगाएगी.
- इस एमओयू पर राजस्थान सरकार के जलदाय विभाग और केयर्न इंडिया के बीच हस्ताक्षर किए गए.
- जलदाय विभाग की ओर से मुख्य अभियंता ग्रामीण अखिल कुमार जैन और केयर्न की ओर से सिद्धार्थ बालाकृष्णन ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए.
- बड़ी संख्या में आरओ प्लांट लग जाने के बाद बाड़मेर ज़िले के 800 से भी ज़्यादा गांवों को पीने का साफ़ पानी मिल सकेगा. जिसमे एक लाख से अधिक लोगों को लाभान्वित होने का अनुमान है.
- इन जल परियोजनाओं को आस-पास के गांवों तक अधिकतम सुविधाजनक तरीके से स्थापित किया जाएगा, जिससे ग्रामीणों को इस सुविधा के लिए अधिक दूर तक न जाना पड़े.
- वितरण को सुगम बनाने के लिए कई स्थानों पर वाटर एटीएम भी लगाए जाएंगे.
- इन प्लांट्स की स्थापना का खर्च केयर्न इंडिया से जुड़ा केयर्न एंटरप्राइज सेंटर वहन करेगा.
- जबकि जलदाय विभाग भूमि, जल स्त्रोत और विद्युत उपलब्धता में ग्राम पंचायत की सहायता से सहयोग करेगा.
- प्रोजेक्ट के तहत वाटर एटीएम कियोस्क की स्थापना गांवों में ऐसे स्थानों पर की जाएगी, जहां ग्रामीण आसानी से पहुंच सकें. ये जल कियोस्क ग्राम जल समिति द्वारा संचालित किए जाएंगे.
- आरओ प्लांट से स्वच्छ पानी के लिए ग्रामीणों को न्यूनतम भुगतान करना होगा.
केयर्न इंडिया के बारे में-
- केयर्न इंडिया तेल और गैस की खोज कंपनी द्वारा समर्थित संस्था है.
- बाड़मेर जिले में केयर्न इंडिया की तेल क्षेत्र की प्रमुख कंपनी प्रति दिन 175,000 से अधिक बैरल तेल का उत्पादन करती है.
- केयर्न इंडिया ने रिवर्स ऑस्मोसिस सुविधाओं की स्थापना के माध्यम से बाड़मेर और जालौर में लोगों को स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित कराने के लिए राज्य सरकार के सहयोग से 2014 में 'जीवन अमृत "पायलट परियोजना शुरू की थी.
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