भारत ने परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बेलेस्टिक मिसाइल धनुष और बेलेस्टिक मिसाइल पृथ्वी-II का सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा किया गया. यह मिसाइलों से जुड़े नियमित प्रशिक्षण अभ्यासों का हिस्सा हैं. जो विकास परीक्षणों के सफल परीक्षण के बाद उत्पादन की प्रक्रिया में हैं. इन्हें सशस्त्र बलों में पहले ही शामिल कर लिया गया है.
स्वदेशी मिसाइल धनुष ने बंगाल की खाड़ी में नौसैनिक पोत आईएनएस सुवर्ण से परीक्षण उड़ान भरी. जबकि सतह से सतह पर मार करने वाली पृथ्वी-II का सफल परीक्षण चांदीपुर स्थित प्रक्षेपण स्थल-3 से किया गया. इन दोनों मिसाइलों की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है. यह परीक्षण 11 मार्च 2011 को किया गया. धनुष 500 किलोग्राम तक के पारम्परिक और परमाणु हथियारों से समुद्र में और जमीन पर मार करने में सक्षम है.
विदित हो कि धनुष जमीन से जमीन पर मार करने वाली पृथ्वी मिसाइल का ही एक रूप है, जिसे नौसेना के लिए विकसित किया गया. 27 मार्च 2010 को भी बंगाल की खाड़ी में आईएनएस सुभद्रा से इसका सफल परीक्षण किया गया था.
धनुष की विशेषताएं:
• लंबाई : 10 मीटर
• ब्यास : 01 मीटर
• वजन : 06 टन
• धनुष मिसाइल पृथ्वी का नौसैनिक संस्करण
• तरल प्रणोदन से संचालित और एकल चरण की मिसाइलें
• 500किग्रा तक पेलोड ले जाने में सक्षम
• यह समुद्र और तट के निकट मौजूद किसी भी लक्ष्य को सटीक निशाना साधने में सक्षम
पृथ्वी-2 की विशेषताएं:
• सतह से सतह पर मार करने वाली
• मिसाइल इसका परीक्षण स्ट्रैटैजिक फोर्स कमान द्वारा किया गया
• इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (आईजीएमडीपी) के तहत निर्मित पहली मिसाइल
• पिछले कई परीक्षणों में अपनी सटीकता साबित की
• इसका पहला परीक्षण 1988 में किया गया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation