प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके आस्ट्रेलियाई समकक्ष टोनी एबॉट ने 18 नवंबर 2014 को कैनबरा में द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए. इसके साथ ही आस्ट्रेलिया ने यह घोषणा की कि वह शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए भारत को यूरेनियम की आपूर्ति करने का इच्छुक है. मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एबॉट ने भारत को यूरेनियम देने की घोषणा की.
दोनों नेताओं के बीच विभिन्न क्षेत्रों में पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए जो सामाजिक सुरक्षा, कैदियों की अदला बदली, मादक पदार्थों के व्यापार पर लगाम लगाने और पर्यटन, कला एवं संस्कृति को आगे बढ़ाने से जुड़े हैं. ऑस्ट्रेलिया और भारत के संबंध रणनीतिक भागीदारी और साझा मूल्यों पर आधारित स्वाभाविक साझेदारी है.
- इन समझौतों में कैदियों की अदला-बदली और पर्यटन जैसे मुद्दे शामिल हैं. सामाजिक सुरक्षा पर हुए इन समझौते का उद्देश्य दोनों देशों की जनता के बीच संपर्क मजबूत बनाना और दोनों देशों के बीच नियमों को सुगम और दुरुस्त करना है.
- यह समझौते दूसरे देश में बसने वालों को लाभ की समानता, लाभ के निर्यात और दोहरे कवरेज से बचाते हुए सामाजिक सुरक्षा और पेंशन लाभ दिलाएगा. इससे अर्थव्यवस्थाएं अधिक सशख्त होंगी और व्यवसायियों का प्रवाह बढ़ेगा.
- कैदियों पर हुए समझौते का उद्देश्य कानून लागू करने और न्याय के प्रशासन में सहयोग के प्रयास तथा सजाओं के अमल में सहयोग बढ़ाना है. इस समझौते से जेल में सजा काट रहे लोगों के हस्तांतरण करने, उनका पुनर्वास करने और इन्हें समाज की मुख्यधारा में वापस लाने की प्रक्रियाएं सुगम, नियंत्रित और निर्धारित की जा सकेंगी.
- नशीले पदार्थो की तस्करी से निपटने और पुलिस सहयोग को बढ़ाने के लिए हुए समझौते में मादक पदार्थो की तस्करी और दुरुपयोग से संबंधित चिंताओं को दूर करना शामिल है.
- वहीं चौथा समझौता कला और संस्कृति में सहयोग करने को लेकर हुआ है. इस संबंध को जानकार पेशेवर विशेषज्ञों के आदान-प्रदान से मजबूत किया जाएगा. साथ ही संस्कृति के क्षेत्र में प्रशिक्षण और प्रदर्शनियों के माध्यम से भी इन संबंधों को मजबूती दी जाएगी.
- पांचवां समझौता पर्यटन के क्षेत्र में हुआ है. इसका उद्देश्य, पर्यटन हितधारकों के बीच बातचीत करना, आथित्य क्षेत्र में प्रशिक्षण और निवेश को बढ़ावा देना और आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में पर्यटन क्षेत्र के महत्व को बढ़ावा देना है.
नरेंद्र मोदी ने कैनबरा वॉर मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एबॉट भी मौजूद रहे. मोदी ने पीएम टोनी एबॉट को चांदी की मान सिंह ट्राफी और रानी झांसी का पत्र भेंट किया. यह ऐतिहासिक पत्र रानीलक्ष्मी बाई और आस्ट्रेलिया के मूल के निवासी जॉन लैंग के बीच हुए संवाद का प्रतीक चिह्न है. यह पत्र वर्ष 1854 में लिखा गया था.
समझौते
सामाजिक सुरक्षा पर समझौता
सामाजिक सुरक्षा समझौते पर उच्चायुक्त बीरेन नंदा और आस्ट्रेलिया के सामाजिक सेवा मंत्री केविन एंड्र्यूज ने हस्ताक्षर किए. सामाजिक सुरक्षा समझौते का उद्देश्य सामाजिक सुरक्षा के लाभ और कवरेज के संदर्भ में दोनों देशों की जनता के बीच संपर्क मजबूत बनाना और दोनों देशों के बीच नियमों को सुगम और दुरुस्त करना. यह दूसरे देश में बसने वालों को लाभ की समानता, लाभ के निर्यात और दोहरे कवरेज से बचते हुए सामाजिक सुरक्षा और पेंशन लाभ दिलाएगा. इससे अर्थव्यवस्थाएं अधिक महान होंगी और व्यवसायियों का प्रवाह बढ़ेगा.
जेल में सजा काट रहे लोगों के हस्तांतरण से संबंधित समझौता
जेल में सजा काट रहे लोगों के हस्तांतरण से संबंधित समझौते पर उच्चायुक्त बीरेन नंदा और आस्ट्रेलिया के न्याय मंत्री माइकल कीनान ने हस्ताक्षर किए. इस समझौते का उद्देश्य कानून प्रवर्तन और न्याय के प्रशासन में सहयोग के प्रयास तथा सज़ाओं के प्रवर्तन में सहयोग बढ़ाना. इस समझौते से जेल में सजा काट रहे लोगों के हस्तांतरण और उनके पुनर्वास तथा ऐसे लोगों को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने की प्रक्रियाएं सुगम, नियंत्रित और निर्धारित की जा सकेंगी.
मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने और पुलिस सहयोग विकसित करने पर सहमति पत्र
विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) अनिल वधवा और आस्ट्रेलिया के न्याय मंत्री माइकल कीनान ने मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने और पुलिस सहयोग विकसित करने हेतु सहमति पत्र हस्ताक्षर किए. इस समझौते का उद्देश्य मादक पदार्थों की तस्करी और दुरुपयोग से संबंधित चिंताओं को दूर करना है. यह मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने, पूर्व सूचना प्रदान करने, परिसंपत्तियां जब्त करने और ड्रग मनिलॉन्ड्रिंग को प्राथमिकता देता है. यह क्षमता निर्माण को बढ़ावा देगा और मादक पदार्थों से संबंधित अंतरराष्ट्रीय खतरों से निपटने की कार्रवाइयों की रणनीतियां और प्रक्रियाएं निर्धारित करने में सहायता देगा.
कला और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग पर सहमति पत्र
इस समझौते का उद्देश्य वर्ष 1971 के सांस्कृतिक समझौते के अनुरूप दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना है. यह कला के क्षेत्र में सूचना, पेशेवर विशेषज्ञों, प्रशिक्षण और प्रदर्शकों के आदान-प्रदान के जरिए सहयोग को बढ़ावा देगा. यह लोगों, संस्थाओं और कला शैलियों के बीच समझ बढ़ाएगा और पुख्ता एवं स्थायी कलात्मक और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा.
पर्यटन के क्षेत्र में सहमति पत्र
इस समझौते का उद्देश्य द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाना और लोगों के बीच मैत्री मजबूत करना है. यह पर्यटन नीति, सूचना के आदान-प्रदान, पर्यटन से संबंधित हितधारकों के बीच संपर्क, आतिथ्य क्षेत्र में प्रशिक्षण और निवेश में सहयोग को बढ़ावा देगा तथा आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में पर्यटन क्षेत्र के महत्व को प्रोत्साहन देगा.
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