केंद्रीय जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने 6 जनवरी 2015 को गंगा नदी पर 145 किलोमीटर लम्बे राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (हलदिया से फरक्का) पर भारत की पहली नदी सूचना प्रणाली (आरआईएस) का उद्घाटन किया.
इस प्रणाली का उद्देश्य हवाई यातायात नियंत्रण की तरह जलमार्ग पर भी सुरक्षित और सटीक नेविगेशन की सुविधा प्रदान करना है.
नदी सूचना प्रणाली आधुनिक ट्रैकिंग उपकरण और संबंधित हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर का संयोजन है.
इस सुविधा को चरण 2(फरक्का से पटना) और चरण 3(पटना से वाराणसी) तक प्राथमिकता के आधार पर विस्तृत किया जाएगा.
इस परियोजना के अनतर्गत 26.23 करोड़ रुपए की लागत से सात दूरस्थ (बेस स्टेशन साइटों) को हल्दिया, गार्डन रीच (जीआर) घाट, त्रिवेणी, स्वरूपगंज, कुमारपुर, बलिया और फरक्का में स्थापित किया जाएगा.
कार्यक्रम के अंतर्गत फरक्का और जीआर घाट पर दो नियंत्रण केन्द्रों को स्थापित किया जाएगा जो स्वचालित पहचान प्रणाली (एआईएस) और वीएचएफ के के माध्यम से जहाजों पर नजर रखेंगे और संवाद करेंगे.
राष्ट्रीय जलमार्ग विधेयक, 2015 , 21 दिसंबर 2015 को लोक सभा द्वारा पारित किया गया था परन्तु यह राज्यसभा में लंबित है. इस विधेयक के मध्यम से जलमार्ग नेविगेशन में सुधर की संभावना है.
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