भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख बैंकिंग संस्था बैंक ऑफ बड़ौदा में 3,342 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया गया. बैंक द्वारा इसकी घोषणा फरवरी 2016 के दूसरे सप्ताह में की गई.
संबंधित मुख्य तथ्य:
• बैंक ऑफ बड़ौदा 3,342 करोड़ रुपये का घाटा, बैंक के तीसरी तिमाही में दर्ज किया गया जो भारत के किसी भी बैंक को होने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा तिमाही नुकसान है.
• पिछले वित्त वर्ष (2014-15) की इसी अवधि में बैंक को 333.98 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
• बैंक ऑफ बड़ौदा सार्वजनिक क्षेत्र का देश का दूसरा सबसे बड़ा कर्जदाता बैंक है.
• उपरोक्त घोषणा के अनुसार, दिसंबर 2015 में समाप्त तिमाही में बैंक की आय में भी कमी आई. इस दौरान बैंक की आय 11,726.95 करोड़ रुपये रही.
• वित्त वर्ष (2014-15) की इसी अवधि में बैंक ऑफ बड़ौदा को 11,808.34 करोड़ रुपये की आय हुई थी.
• बैंक ऑफ बड़ौदा के घोषणा के अनुसार बैंक का सकल एनपीए अनुपात बढ़कर 9.68 फीसद हो गया, जो एक साल पहले 3.85 फीसद था.
• शुद्ध एनपीए अनुपात 2.11 फीसद से बढ़कर 5.67 फीसद हो गया.
• सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) दोगुनी से यादा बढ़कर 38,934 करोड़ रुपये हो गईं.
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