मध्यम दूरी तक मार करने वाली और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम अग्नि-2 मिसाइल का ओड़िशा के व्हीलर द्वीप तट से 7 अप्रैल 2013 को सफल परीक्षण किया गया. मिसाइल का परीक्षण सामरिक बल कमान (एसएफसी) ने किया. इस मिसाइल को एकीकृत परीक्षण केन्द्र आईटीआर के प्रक्षेपण परिसर-4 से सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर प्रक्षेपित किया गया. मध्यम दूरी तक मार करने वाली अग्नि-2 बैलिस्टिक मिसाइल को पहले ही सेवाओं में शामिल किया जा चुका है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इस परीक्षण के लिए साजो सामान उपलब्ध कराया था. अग्नि-2 मिसाइल का विकास एडवांस्ट सिस्टम्स लैबोरेटरी (एएसएल) ने किया, जबकि भारत डायनामिक्स लिमिटेड, हैदराबाद द्वारा इसे एकीकृत किया गया.
मध्यम दूरी तक मार करने वाली अग्नि-2 मिसाइल से संबंधित मुख्य तथ्य
• यह मिसाइल सतह से सतह पर मार करने में सक्षम है.
• यह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है.
• यह मिसाइल अत्याधिक उन्नत और सटीक दिशा सूचक तथा कमान और कन्ट्रोल प्रणाली से लैस है.
• इसमें ठोस प्रणोदक रॉकेट का इस्तेमाल किया गया है.
• यह मिसाइल 2 हजार किलोमीटर तक मार कर सकती है.
• 20 मीटर लंबी अग्नि-2 मिसाइल का प्रक्षेपण भार 17 टन है और यह 1000 किलोग्राम तक का भार ले जा सकती है.
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