अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच ने वर्ष 2011 में भारत में मानवाधिकारों की स्थिति को निराशाजनक बताया. ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW: Human Rights Watch) की वैश्विक रिपोर्ट 2012 में विश्व के अन्य देशों सहित भारत में मानवाधिकारों की स्थिति दर्शायी गई है.
ह्यूमन राइट्स वॉच की वैश्विक रिपोर्ट 2012 में 90 से ज्यादा देशों में वर्ष 2011 में मानवाधिकारों की प्रगति की समीक्षा की गई है. जनवरी 2012 के चौथे सप्ताह में आई रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2011 में भारत में मानवाधिकारों की स्थिति निराशाजनक है. हालांकि संस्था द्वारा वर्ष 2011 में जम्मू और कश्मीर में हिंसा में गिरावट के लिए भारत सरकार की सराहना की गई.
ह्यूमन राइट्स वॉच ने रिपोर्ट में पुलिस हिरासत में होने वाली मौतें, पुलिस द्वारा उत्पीड़न और सरकार द्वारा कमजोर समुदायों की रक्षा करने के लिए नीतियां लागू करने में असफल रहने आदि को भारत के लिए नकारात्मक बताया गया. साथ ही अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच ने विवादास्पद सशस्त्र बल अधिनियम को निरस्त करने में अक्षम रहने और सीरिया जैसे देशों में मानवाधिकार उल्लंघन के गंभीर मामलों पर चुप्पी साधने के कारण भारत सरकार की आलोचना भी की है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation