भारत-ब्राजील संयुक्त आयोग की पांचवीं बैठक नई दिल्ली में 11-13 दिसम्बर 2011 के मध्य संपन्न हो गई. इस बैठक की सह-अध्यक्षता ब्राजील संघीय गणराज्य के विदेशमंत्री एन्टोनियो पैट्रिओटा और भारत के विदेशमंत्री एसएम कृष्णा ने की.
विदेश मंत्री एन्टोनियो पैट्रिओटा भारत-ब्राजील संयुक्त आयोग की पांचवीं बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए भारत की यात्रा पर आए. इनके साथ 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी आया.
दोनों देशों ने भारत-ब्राजील संयुक्त आयोग की 5वीं बैठक का स्वीकृत कार्यवृत्त पर हस्ताक्षार किए. संयुक्त आयोग की बैठक के दौरान दोनों पक्ष राजनीतिक, आर्थिक और वाणिज्यिक, कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रक्षा, सांस्कृतिक, हाइड्रोकार्बन सहित क्षेत्रीय घटनाओं तथा आपसी हित के अंतरराष्ट्रीय मामलों पर और भारत-ब्राजील सामरिक भागीदारी के सभी क्षेत्रों पर विचार विमर्श किया.
ब्राजील लेटिन अमरीका और कैरीबिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. द्विपक्षीय व्यापार में काफी वृद्धि हुई है और यह वर्ष 2000 के 828 मिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर वर्ष 2010 में 7.7 अरब अमरीकी डालर हो गया. भारत का निर्यात 4.2 अरब अमरीका डालर है जबकि आयात 3.5 अरब अमरीका डालर है. जनवरी से अक्टूबर 2011 तक द्विपक्षीय व्यापार 8.01 अरब अमरीकी डालर दर्ज किया गया है. भारतीय कंपनियों ने ब्राजील में काफी निवेश किया है जो कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मा, विनिर्माण, हाइड्रोकार्बन आदि के क्षेत्रों में 2.5 अरब अमरीकी डालर का है. मई 2011 में साओ पाउलो में भारतीय सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना की गई थी.
विदित हो कि भारत और ब्राजील के बीच राजनयिक संबंध वर्ष 1948 में स्थापित किए गए थे. भारत और ब्राजील के बीच बहुपक्षीय मंचों पर विशेषतः संयुक्त राष्ट्र, विश्व व्यापार संगठन और जी-20 में घनिष्ठ संबंध है. आईबीएसए, ब्रिक्स और बेसिक के माध्यम से सहयोग हमारे संबंधों का एक दूसरा आयाम है. प्रधानमंत्री ने अक्टूबर 2011 में प्रीटोरिया में आईबीएसए शिखर बैठक से अलग ब्राजील के राष्ट्रपति दिल्मा रूसेफ से मुलाकात की थी.
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