तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए भारत–यूएई संयुक्त आयोग बैठक का 11वां सत्र नई दिल्ली में 2 और 3 सितंबर 2015 को आयोजित किया गया था. बैठक में यूएई की टीम ने भारत में व्यापक निवेश शुरु करने के अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया. संयुक्त आयोग की इस बैठक में अल– नाहयान ने विदेश मंत्री के साथ सह– अध्यक्षता की.
बैठक का आयोजन महामहिम शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल– नाहयान, संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री की भारत यात्रा के दौरान किया गया था. अल– नाहयान ने यूएई के वरिष्ठ अधिकारियों और व्यापारिक घरानों के प्रमुखों के प्रतिनिधिमंडल का भी नेतृत्व किया.
यात्रा के दौरान, अल–नाहयान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, रेल मंत्री सुरेश प्रभु और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की.
संयुक्त बैठक के दौरान किए गए फैसलों और चर्चा की मुख्य बातें
• आगामी पांच वर्षों में दोनों ही पक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार में 60 फीसदी बढ़ोतरी पर सहमति जताई.
• दोनों पक्षों ने यूएई के निवेश संस्थानों को भारत में निवेश को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने पर भी सहमति जताई. इसमें 75 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ यूएई– इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट फंड की स्थापना भी शामिल है.
• दोनों पक्ष भारत में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश हेतु नियोजित भारत–यूएई संयुक्त कोष के जल्द स्थापना हेतु काम करने पर भी सहमति जताई.
• दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने भारत– यूएई संयुक्त व्यापार परिषद् का उद्घाटन किया.
• दोनों पक्षों ने उच्च शिक्षा एवं वैज्ञानिक शोध, पर्यटन, विनिर्देश और उपाय, संबंधित
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