मिस्र दो चरणों प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रजेनटेटिव्स) के लिए संसदीय चुनावों का आयोजन करेगा. फैसले की घोषणा मिस्र के चुनाव आयोग ने 8 जनवरी 2015 को की. चुनाव का पहला चरण 22 मार्च 2015 से 23 मार्च 2015 को आयोजित किया जाएगा. दूसरा चरण 26 अप्रैल 2015 से 27 अप्रैल 2015 तक आयोजित होगा.
मिस्र 567 सदस्यों वाले प्रतिनिधि सभा के लिए संसदीय चुनावों का आयोजन करेगा. इसमें से 27 सीटों पर चुनाव राष्ट्रपति द्वारा किया जाएगा. बाकी बचे 540 सीटों को 420 सदस्यों में बांट दिया जाएगा जिनका चुनाव मतदाता करेंगे और 120 सीटें पार्टी सूची के लिए आवंटित की जाएगी.
इससे पहले दिसंबर 2014 में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल– फत्तह अल– सिसि ने संसदीय चुनावों का मार्ग प्रशस्त करने के लिए निर्वाचन क्षेत्रों के कानून में संशोधन किया था.
जून 2012 से मिस्र अदालत द्वारा 2011 में उठे प्रमुख विद्रोह के उलट प्रजातांत्रिक तरीके से निर्वाचित मुख्य चैंबर के भंग किए जाने के बाद बिना संसद के है. अदालत के इस कदम ने तानाशाह होस्नी मुबारक को सत्ता से बेदखल कर दिया था.
हुस्नी मुबारक मिस्र में काफी लंबे समय तक राष्ट्रपति पद पर रहे. वे इस पद पर 30 वर्षों तक रहें.
तत्कालीन रक्षा मंत्री अल– सिसि द्वारा जुलाई 2013 में संसदीय चुनावों की घोषणा इस्लामवादी मोहम्मद मूर्सी के अपदस्थ होने के बाद मिस्र के राजनीतिक रोड मैप का अंतिम चरण था. मूर्सी लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित मिस्र के पहले राष्ट्रपति थे जिन्हें अपने अशांत शासन के लिए बड़े पैमाने पर विरोध का सामना करना पड़ा था. इसके एवज में अंतरिम राष्ट्रपति अदली मन्सूर ने 2013 में चुनाव कानून का अनुमोदन कर दिया था.
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