ब्रिटिश-अमेरिकन भौतिक वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर स्टुवर्ट पार्किन का चयन ‘मिलेनियम टेक्नॉलॉजी प्राइज 2014’ के लिए किया गया. टेक्नॉलॉजी एकेडमी फिनलैंड ने इनके चयन की घोषणा फिनलैंड में 9 अप्रैल 2014 को की. इनका चयन हार्ड डिस्क के डेटा स्टोरेज क्षमता बढ़ाने वाली तकनीक विकसित करने के लिए किया गया.
प्रोफ़ेसर स्टुवर्ट पार्किन ने एक विशेष तरह का डेटा रीडर विकसित किया जो कमज़ोर और छोटे संकेतों को पकड़ने में भी सक्षम था. इसके चलते हर डिस्क प्लैटर में ज़्यादा सूचनाओं को इकट्ठा करना संभव हो सका. इसके कारण फ़ेसबुक, गूगल और एमेज़ॉन जैसी अन्य सेवाएं संभव हो सकी हैं.
पार्किन स्पिनट्रोनॉमिक्स क्षेत्र के अग्रणी प्रवर्तक हैं, जो इलेक्ट्रॉन की गति के कारण उत्पन्न होने वाले चुंबकीय क्षेत्र पर आधारित है. यह नैनोटेक्नॉलॉजी के सबसे सफल क्षेत्रों में से एक है.
प्रोफ़ेसर स्टुवर्ट पार्किन भौतिक विज्ञान की शाखा स्पिन इलेक्ट्रॉनिक्स के विशेषज्ञ हैं.
मिलेनियम टेक्नॉलाजी प्राइज (Millennium technology Prize)
मिलेनियम टेक्नॉलाजी प्राइज की शुरुआत टेक्नॉलॉजी एकेडमी फिनलैंड द्वारा वर्ष 2004 में की गई थी. यह द्विवार्षिक पुरस्कार है. इसके तहत विजेताओं को दस लाख यूरो की राशि प्रदान की जाती है.

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