ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज एमसी कॉम (मेरी कॉम) की अनब्रेकेबल' शीर्षक की आत्मकथा का अनावरण 9 दिसंबर 2013 को बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन द्वारा किया गया. मेरी कॉम ने वर्ष 2012 में लंदन में आयोजित ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भारत की ओर से मुक्केबाजी में कांस्य पदक जीता था.
मेरी कॉम ने इस अवसर पर कहा, “मेरा संघर्ष देश के कई लोगों के, खासकर महिलाओं के संघर्ष की कहानी है. मैंने अपने जीवन और संघर्ष को पन्नों में उतारने का फैसला किया, ताकि दूसरे लोग इसे पढ़े और जान पाएं कि यदि मैं अपने सपनों को हासिल कर सकती हूं, तो वे लोग भी कर सकते हैं.”
मैरीकॉम का जन्म 1 मार्च 1983 को कांगाथेई, मणिपुर, भारत में हुआ था. मैरीकॉम ने 2000 में मणिपुर राज्य महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीत दर्ज करने के बाद पेशेवर बॉक्सर की तरफ रुख किया.
मैरी ने अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर की शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका, में आयोजित प्रथम एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप भाग लेकर की जहां मैरी ने 48 किलो वजन वर्ग में रजत पदक जीता. इसके बाद वह 2002 में तुर्की में दूसरी एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के 45 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता. मैरी कोम के नाम पर कुल 5 विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप खिताब है.
• भारत की सरकार की तरफ से मैरी काम को 2009 में राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था जो ने एक खिलाड़ी को दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च पुरस्कार है.
• वर्ष 2003 तथा 2006 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार और पद्मश्री पुरस्कार दिया गया.
• उन्हें वर्ष 2009 में महिला मुक्केबाजी के लिए अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ का राजदूत नियुक्त किया गया था.
• उन्होंने 2012 में लंदन में आयोजित ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था.
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