राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किसानों के लिए किसान एसएमएस पोर्टल का आरंभ 16 जुलाई 2013 को किया. इस किसान पोर्टल का उद्देश्य देश भर के 12 करोड़ किसानों तक जानकारी, परामर्श तथा विभिन्न सेवाएं पहुंचाना है. नई दिल्ली में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 85वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में इस सुविधा का शुभारंभ किया गया. इस पोर्टल के जरिये 50 लाख से अधिक किसानों को राष्ट्रपति का संदेश भेजा गया.
किसान एसएमएस पोर्टल का उद्देश्य
• इस सेवा का उद्देश्य किसानों को खेती के विभिन्न पहलुओं से संबंधित फैसलों और मौसम की पूर्व जानकारी देना है.
• तत्काल तथा बिना दखल देने वाले संचार माध्यम के रूप में एसएमएस परामर्श तथा अलर्ट द्वारा किसानों को फसल उत्पादन तथा विपणन, पशु-पालन, डेयरी तथा मछली पालन इत्यादि के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी-पूर्ण निर्णय लेने में सक्षम बनाया जाना है.
• किसान अपनी ज़रूरतों के अनुरूप एसएमएस सेवा प्राप्त कर सकते हैं.
• मौसम पूर्वानुमान अलर्ट से किसानों को मौसम की परिस्थितियों के अनुरूप खेती के कार्यों को प्रभावी रूप से करने तथा खराब मौसम से उपजी परिस्थितियों से निपटने में सहायता प्राप्त होनी है.
• बीमारियों/कीट आक्रमण आदि से संबंधित परामर्श से किसानों को अपनी फसल तथा जानवरों को सुरक्षित रखने में मदद प्राप्त होनी है.
• यह पोर्टल फसलों की विभिन्न किस्मों और जानवरों की नस्ल संबंधी परामर्श उत्पादकता के साथ साथ किसानों की आमदनी बढ़ाने में सहायका होना है.
• एसएमएस के माध्यम से किसानों को बाज़ार के विषय में समय समय पर जानकारी मिलती रहनी है जिससे वे बेहतर तरीके से अपने सौदे कर पाएंगे.
• किसानों को यह सेवा प्राप्त करने हेतु किसान कॉल सेंटर के टॉल फ्री नम्बर 1800-180-1551 पर कॉल करना होगा.
• विभिन्न विभागों के अधिकारी, विशेषज्ञ तथा शोध संस्थानों एवं कार्यक्षेत्र के वैज्ञानिक द्वारा इस पोर्टल पर स्थानीय भाषाओं में जानकारी और परामर्श दिया जाना है.
• अधिकारी द्वारा अपने क्षेत्राधिकार अथवा इसके किसी भाग के किसानों को जानकारी दी जानी है.
• स्थान, फसल/गतिविधियों इत्यादि के आधार पर किसानों द्वारा तैयार किए गए विभिन्न समूहों के माध्यम से किसानों को प्रासंगिक जानकारी भेजना आसान होना है.
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