महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा भारत में प्रतिवर्ष 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है. वर्ष 2011 के राष्ट्रीय बालिका दिवस का विषय है - किशोरवय बालिकाएं: मुद्दे और चुनौतियां (Adolescent Girls: Issues and Challenges). वर्ष 2009 से राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की शुरुआत भारत सरकार द्वारा की गई थी. ज्ञातव्य हो कि 24 जनवरी 1966 को ही इंदिरा गांधी ने भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थीं.
राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्येश्य लड़कियों के बारे में व्याप्त भ्रांतियां दूर करना, जागरूकता फैलाना, और लोगों को कन्या भ्रूण हत्या के प्रतिकूल प्रभावों को बताना है. केंद्र सरकार द्वारा किशोरवय बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए राजीव गांधी योजना-सबला और आठवीं कक्षा तक की बालिकाओं के परिवार को आर्थिक मदद के लिए धनलक्ष्मी योजना चलाई जा रही है.
भारत में नए आंकड़ों के अनुसार 11-18 आयु वर्ष की 8.3 करोड़ बालिकाएं हैं, जो कुल महिला जनसंख्या की 17 फीसदी हैं. महिला साक्षरता दर भी सिर्फ 53.87 फीसदी है. 15 से 49 आयु वर्ष की महिलाओं में 56.2 फीसदी खून की कमी का शिकार (Anaemic) हैं. 45 फीसदी लड़कियों की शादी 18 वर्ष की आयु से पहले हो जाती है.
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस प्रतिवर्ष 24 सितंबर को मनाया जाता है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation