रेल मंत्रालय ने 24 नवंबर 2015 को सेल-राइट्स बंगाल वैगन इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड (एसआरबीडब्ल्यूआईपीएल) के साथ कुल्टी, पश्चिम बंगाल में वैगनों के विनिर्माण और मरम्मत हेतु समझौता (एओटी) पर हस्ताक्षर किए.
समझौते की मुख्य विशेषताएं-
• समझौते पर हस्ताक्षर करने के साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के दो प्रमुख उपक्रम अर्थात् रेल मंत्रालय का राइट्स और और इस्पात मंत्रालय का सेल संयुक्त उद्यम एसआरबीडब्ल्यूआईपीएल बन गए.
• मेक इन इंडिया पहल के साथ संयुक्त उद्यम 2500 करोड़ रुपये का है.
• प्रति वर्ष 1200 वैगनों के निर्माण और प्रति वर्ष 300 वैगनों के पुनर्वास के लिए यह 10 साल की अवधि के लिए दीर्घकालिक समझौता है.
• कारखाना भारतीय रेल के विस्तार के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार हेतु आधुनिक स्टेनलेस स्टील के वैगन का निर्माण करेगा.
• इससे क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा, और रोजगार सृजन के अवसर उत्पन्न होंगे. यह संयुक्त उद्यम सहायक उद्योगों के निर्माण का भी नेतृत्व करेगा.
• कारखाना के लिए भूमि सेल द्वारा प्रदान की गई है और 120 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्माण किया गया है.
• यह संयुक्त उद्यम 400-500 लोगों के लिए रोजगार का सृजन करेगा और स्थानीय लोगों के लिए कौशल विकास के अवसर प्रदान करेगा.
पृष्ठभूमि
इस परियोजना वित्तीय वर्ष में 2010-11 में घोषणा की गई थी और बाद में एक संयुक्त उद्यम दो प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों सेल और राइट्स को मिलाकर एसआरबीडब्ल्यूआईपीएल (50%: 50%) स्थापित किया गया.
एसआरबीडब्ल्यूआईपीएल गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली के लिए पहले से ही आईएसओ: 9001-2008 सम्मानित है और पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली के लिए आईएसओ: 4001 प्रमाण पत्र जनवरी 2016 तक मिल जाने की उम्मीद है.
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