The Reserve Bank of India raised the repo rate and the reverse repo rate by 50 basis points each. भारतीय रिजर्व बैंक(Reserve Bank of India) के गवर्नर डी.सुब्बाराव ने वर्ष 2011-12 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति (Annual credit policy) 3 मई 2011 को जारी किया. इसके तहत भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने रेपो दर और रिवर्स रेपो दर में आधा-आधा प्रतिशत की बढ़ोतरी की. इस बढ़ोतरी से रेपो दर(repo rate) 6.75 प्रतिशत से बढ़कर 7.25 प्रतिशत और रिवर्स रेपो दर (reverse repo rate) 5.75 प्रतिशत से बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गई. बैंक दर (6.0 प्रतिशत) और नकद आरक्षी अनुपात(6.0 प्रतिशत) में कोई परिवर्तन नही किया गया. रेपो और रिवर्स रेपो दर(repo rate and reverse repo rate) में बढ़ोतरी का कारण मुद्रास्फीति पर काबू पाना है.
मानसून सामान्य रहने और वित्त वर्ष 2011-12 के दौरान कच्चे तेल की कीमतें औसत 110 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल रहने की मान्यता के आधार पर रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2011-12 के लिए सकल घरेलु उत्पाद की वृद्धि दर 8 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया. इससे पहले रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने आर्थिक वृद्धि दर 9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था. सरकार ने वित्त वर्ष 2011-12 के लिए सकल घरेलु उत्पाद की वृद्धि दर का अनुमान 9 प्रतिशत रखा. वित्त वर्ष 2010-11 में आर्थिक वृद्धि दर 8.6 प्रतिशत थी.
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने उच्च मुद्रास्फीति से आम जमाकर्ताओं को राहत देते हुए बचत खाते पर ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर इसे 3.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दिया. भारतीय रिजर्व बैंक(Reserve Bank of India) ने मार्च 2012 में मुद्रास्फीति की दर 6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया. रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम की तर्ज पर घरेलू पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की सिफारिश की.
रेपो दर (repo rate) और रिवर्स रेपो दर(reverse repo rate) में वृद्धि से आवास, ऑटो और अन्य ऋण महंगे हो जाएंगें. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उर्जा और खाद्य पदार्थों सहित विभिन्न वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव और मुद्रास्फीति को रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से उठाए गए मौद्रिक उपायों से आर्थिक वृद्धि दर में कमी आएगी.
रेपो और रिवर्स रेपो दरों में बढ़ौत्तरी से आम निवेशकों को फायदा होगा.
रेपो दर: रेपो दर (repo rate) वह दर है जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक(Reserve Bank of India) वाणिज्यिक बैंकों को अल्पवधि के लिए उधार देता है.
रिवर्स रेपो: रिवर्स रेपो दर (reverse repo rate) वह दर है जिस पर रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) वाणिज्यिक बैंकों से कम समय के लिए उधार लेता है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation