विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड ने 122.79 करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) के 18 प्रस्तावों को 17 अगस्त 2011 को मंजूरी दी. इनमें पिपावाव डिफेंस एंड ऑफशोर इंजीनियरिंग का प्रस्ताव भी शामिल है. पिपावाव डिफेंस ऑफशोर इंजीनियरिंग कंपनी के 81.62 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश प्रस्ताव को मंजूरी दी गई.
आर्थिक मामलों के सचिव आर गोपालन की अगुवाई वाले विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआइपीबी) ने एयर वर्क्स इंडिया (इंजीनियरिंग) के भारतीय विमानन कंपनियों में 17.77 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को भी मंजूरी दी. वॉल्ट डिज्नी कंपनी के भारत में प्रसारण और डाउनलिंकिंग क्षेत्र में अतिरिक्त गतिविधियों के आवेदन को भी स्वीकार कर लिया गया. इसके अलावा डिश टीवी के शेयरों के हस्तांतरण से अतिरिक्त विदेशी निवेश जुटाने के प्रस्ताव को भी मंजूर किया गया. गुजरात की ओम पाइल प्राइवेट लिमिटेड के 5.85 करोड़ रुपये के एफडीआइ प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई.
विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआइपीबी) ने दूरसंचार क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों के संचालन के लिए भारतीयों के शेयर अप्रवासी भारतीयों को हस्तांतरित करने के प्रस्ताव को टाल दिया. साथ ही एस्सार कैपिटल होल्डिंग्स (इंडिया) द्वारा दूरसंचार क्षेत्र की एक कंपनी में नई हिस्सेदारी खरीदने के प्रस्ताव पर भी फैसला टाल दिया गया.
विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआइपीबी) ने कुल 39 एफडीआइ प्रस्तावों पर विचार किया. इसमें से 16 प्रस्तावों पर फैसला टाला गया, जबकि चार प्रस्ताव खारिज किए गए.
ज्ञातव्य हो कि जुलाई 2011 की बैठक में एफआइपीबी ने 3844.7 करोड़ रुपये के 31 एफडीआइ प्रस्तावों को मंजूरी दी थी. बोर्ड विदेशी निवेश के प्रस्तावों को सिंगल विंडों सिस्टम के जरिए मंजूरियां प्रदान कर रहा है. बोर्ड की अगली बैठक दो सितंबर 2011 को प्रस्तावित है.
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