आर्थिक मामले संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति ने विशाखापटनम बंदरगाह न्यास में लोह अयस्क के लदान की मौजूदा सुविधाओं के उन्नयन और नई सुविधाएं तैयार करने की परियोजना को मंजूरी दी. यह कार्य 845.41 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत पर डिज़ाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और परिवहन (डीबीएफओटी) के दो चरणों में पूरा किया जाना है.
इस परियोजना से संबंधित मुख्य तथ्य
• यह परियोजना (डीबीएफओटी) आधार पर निजी सार्वजनिक भागीदारी (पीपीपी) मोड के अधीन कार्यान्वित की जानी है.
• कार्यक्रम के अनुसार यह परियोजना दो चरणों में पूरी की जानी है.
• चरण-1 में आउटर हार्बर (बाहरी बंदरगाह) पर लोह अयस्क के लदान की मौजूदा यंत्रीकृत सुविधा का उन्नयन 580.89 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से किया जाना है. इससे 16.2 एमटीपीए की अतिरिक्त क्षमता तैयार होनी है.
• चरण-2 के अधीन इनर हार्बर (बंदरगाह के भीतरी हिस्से) के वेस्ट कुव्ये-1 बर्थ में नई यंत्रीकृत सुविधा 264.52 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत पर तैयार की जानी है और 6.8 एमटीपीए की अतिरिक्त क्षमता तैयार होनी है.
• इस परियोजना का पहला चरण जून 2015 तक पूरा किया जाना है और दूसरा चरण शुरू किए जाने के बाद दो वर्षों में पूरा किया जाना निर्धारित है.
• इस परियोजना से रोजगार के अतिरिक्त अवसर पैदा होने हैं और क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास भी होना है.
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