शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने विश्व की सबसे छोटी कान की मशीन (हियरिंग एड, hearing aid) विकसित की. इसका नाम ‘नैनोप्लग’ (Nanoplug) रखा गया. जो बहरे लोगों को सुनने में सहायता प्रदान करती है. अंग्रेज़ी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा दिसंबर 2014 के चौथे सप्ताह में इस खबर को प्रकाशित किया गया.
नैनोप्लग की परिकल्पना सबसे पहले नेवेना जिविक ने की. उसके बाद औद्योगिक डिजाइनर जोंग ली, ऑडियो अभियंता माल्डेन स्टावरी और विद्युत अभियंता ज़ोरान मरिनोवि द्वारा निष्पादन के लिए प्रयोग में लाया गया.
नैनोप्लग इतनी छोटी है कि इसको आसानी से देखा या खोजा नहीं जा सकता. इस नैनोप्लग की डिजाइनिंग का वित्तपोषण इंडीगोगो द्वारा की गई. इंडीगोगो वित्तपोषण करने वाला एक मंच है.
इस डिवाइस का विकास अमेरिका की फोटोनिक्स एंडयूरे ननोबटेरी द्वारा किया गया को नैनो तकनीक के द्वारा किया गया. के क्षेत्र में प्रगति के द्वारा विशेष रूप से अमेरिका की फोटोनिक्स एंडयूरे ननोबटेरी द्वारा ही संभव बनाया गया है जो कि रेत के एक दाने के आकार के समान है और रिचार्जिंग के बिना छह दिन तक काम करने के लिए सक्षम है.
नैनोप्लग की मुख्य विशेषताएं
• नैनोप्लग सूक्ष्म घटकों और एक नैनो बैटरी से बना हुआ है.
• यह हियरिंग यन्त्र कम खर्चीला और सूक्ष्म होने कारण कम नज़र आने वाला है.
• डिवाइस का आकार सिर्फ 7.1 एमएम एक्स, 5.7 एमएम एक्स, 4.17 एमएमहै जो किसी अन्य हियरिंग यन्त्र के आकार का आधा है.
• शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि हियरिंग यन्त्र के अंदर न तो कोई जहरीला रसायन, और न ही कोई भारी धातु है.
• नैनोप्लग को एक कंप्यूटर पर चलते हुए सॉफ्टवेयर का उपयोग करके प्रोग्राम किया जा सकता है और इसके परिणामों को डिवाइस के लिए एक केबल के माध्यम से सीधे डाउनलोड किया जा सकता है.
• नैनोप्लग एक मशरूम के आकार के आस्तीन के अंदर मोटे तौर पर आयताकार रूप में सुरक्षित रखा हुआ यन्त्र है.
• एक उपकरण भी नैनोप्लग को हटाने के लिए प्रदान की जाती है.
• नैनोप्लग कानों को पूरी तरह से भरभराता नहीं है जिसका अर्थ है कि यह पूरी तरह से ध्वनि को एक ही स्थान पर स्थानीकृत करने की अनुमति देता है.
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