वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज (Credit ratings agency Moody's) ने 24 अगस्त 2011 को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जापान की रेटिंग एए2 से घटाकर एए3 कर दी. वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने हालांकि जापान के आर्थिक परिदृश्य को स्थायी रखा.
वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज (Credit ratings agency Moody's) ने जापान की रेटिंग घटाने के संबंध में जापान के बढ़ते बजट घाटे और वैश्विक मंदी के बाद से सरकार पर बढ़ते कर्ज का तर्क दिया.
ज्ञातव्य हो कि किसी देश की रेटिंग घटने का मतलब है कि उस देश में निवेश जोखिम पहले के मुकाबले थोड़ा अधिक है. रेटिंग के आधार पर ही विदेशी कंपनियां किसी देश में निवेश का फैसला करती हैं.
जापान की एए3 रेटिंग विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन के बराबर है. जबकि इटली और स्पेन की रेटिंग एए2 है. वर्ष 2002 के बाद से मूडीज ने पहली बार जापान की रेटिंग घटाई है. मार्च 2011 में जापान में आए भूकम्प एवं सुनामी से जापानी अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है. जून 2011 तिमाही में जापान की विकास दर घटकर 1.3 फीसदी पर सिमट गई थी.
एक अन्य वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (Credit ratings agency Standard & Poor's) ने अगस्त 2011 के दूसरे सप्ताह में दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्था अमेरिका की रेटिंग एएए से घटाकर एए-प्लस कर दी थी.
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