संयुक्त राष्ट्र ब्रॉडबैंड आयोग ने 21 सितंबर 2015 को स्टेट ब्रॉडबैंड रिपोर्ट 2015 जारी की. रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक ब्रॉडबैंड विकास तेजी से नीचे गिर रहा है, वर्तमान में 4 अरब लोग अभी भी ऑफ़लाइन हैं.
रिपोर्ट के अनुसार विश्व के लगभग 57 प्रतिशत लोग वर्तमान में इन्टरनेट नहीं उपयोग कर रहे हैं और इंटरनेट द्वारा प्रदान की जा रही एसी सेवाओं से वंचित हैं जो आर्थिक और सामाजिक लाभ पहुँचाने वाली है.
इस वर्ष यह ब्रॉडबैंड रिपोर्ट का चौथा संस्करण है.
रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएं
• रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 के 2.9 मिलियन लोगों की तुलना में 3.2 बिलियन लोग इस वर्ष इन्टरनेट से जुड़े हुए हैं. यह 3.2 बिलियन लोग विश्व की 43 प्रतिशत की जनसंख्या का प्रतिनधित्व करते हैं.
• इंटरनेट का उपयोग विकसित देशों में संतृप्ति स्तर पर पहुंच गया है, जबकी विकासशील देशों में सिर्फ 35 प्रतिशत लोगों की पहुँच ही इन्टरनेट तक है.
• रिपोर्ट के अनुसार 48 अल्प विकसित देशों में 90 प्रतिशत लोग इन्टरनेट की पहुँच से बाहर हैं.
• घर में इंटरनेट की पहुंच के मामले में सबसे अधिक देशों की संख्या एशिया या मध्य पूर्व में है.
• घरेलू ब्रॉडबैंड के सबसे ज्यादा कनेक्शन, कोरिया गणराज्य में है.
• इस रैंक में क़तर दूसरे और सऊदी अरब तीसरे स्थान पर है.
• व्यकितगत तौर पर सबसे ज्यादा इन्टरनेट आइलैंड में उपयोग किया जाता है.
• मोनाको का स्थान स्विट्जरलैंड से ऊपर है. मोनाको की 46.8 प्रतिशत जनसंख्या की इन्टरनेट तक पहुच है और स्विट्जरलैंड की 46 प्रतिशत जनसंख्या के पास ब्रॉडबैंड कनेक्शन है.
• छह देश ऐसे हैं जहां फिक्स्ड ब्रॉडबैंड 40 प्रतिशत से ज्यादा है. यह छह देश हैं - मोनाको, स्विट्जरलैंड, डेनमार्क, नीदरलैंड, लिचेंस्टीन और फ्रांस.
• वर्तमान में कुल 79 देश ऐसे हैं जहां 50 प्रतिशत जनसंख्या ब्रॉडबैंड का उपयोग कर रही हैं.
• इंटरनेट उपयोग के मामले में शीर्ष दस देश यूरोप में स्थित है.
• इंटरनेट के उपयोग का निम्नतम स्तर उप-सहारा अफ्रीका क्षेत्र के देशों में है. गिनी (1.7%), सोमालिया (1.6%), बुरुंडी (1.4%), तिमोर लेस्ते (1.1%) और इरिट्रिया (1.0) लोग इन्टरनेट से जुड़े हैं.
स्टेट ब्रॉडबैंड रिपोर्ट के बारे में
• यह रिपोर्ट प्रत्येक वर्ष ब्रॉडबैंड आयोग द्वारा निकाली जाती है.
• इस रिपोर्ट के अंतर्गत विश्व के विभिन्न देशों की इन्टरनेट तक पहुँच का विश्लेषण किया जाता है.
• यह रिपोर्ट प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह में न्यूयॉर्क जारी की जाती है.
संयुक्त राष्ट्र ब्रॉडबैंड आयोग के बारे में
• यह आयोग संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ और यूनेस्को द्वारा मई 2010 में स्थापित किया गया.
• आयोग का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय नीति के एजेंडे पर ब्रॉडबैंड के महत्व का प्रचार करना है.
• इस आयोग में एक उच्चस्तरीय समुदाय, कई कम्पनियों के सीईओ और उद्योग जगत के लोग , सरकार के प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियान शामिल हैं.
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