सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायामूर्ति मार्कन्डेय काटजू को भारतीय प्रेस परिषद का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. इनकी नियुक्ति सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 5 अक्टूबर 2011 को की. इन्होंने पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति जीएन राय का स्थान लिया. न्यायमूर्ति मार्कन्डेय काटजू की नियुक्ति को उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के नेतृत्व वाली समिति ने मंजूरी प्रदान की. समिति में लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार भी शामिल थी.
पूर्व न्यायाधीश मार्कन्डेय काटजू को अप्रैल 2006 में सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया था. वह सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद से 19 सितम्बर 2011 को सेवानिवृत्त हुए. उन्होंने इज्जत की खातिर हत्या और फर्जी मुठभेड़ों में शामिल पुलिसकर्मियों के लिए मृत्यु दंड जैसे ऐतिहासिक फैसले दिए.
पूर्व न्यायाधीश मार्कन्डेय काटजू वर्ष 1991 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त हुए. अगस्त 2004 में वह इसी न्यायालय में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनाए गए. उन्हें नवम्बर 2004 में मद्रास उच्च न्यायालय का और अक्टूबर 2005 में दिल्ली उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया.
पूर्व न्यायाधीश मार्कन्डेय काटजू का जन्म 20 सितम्बरर 1946 को हुआ था. उनके पिता स्वर्गीय न्यायमूर्ति डॉ शिवानंद काटजू इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायधीश थे, और उनके पितामह डॉ. कैलाश नाथ काटजू भारत के अग्रणी न्यायाधीशों में से एक थे और उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था. डॉ. कैलाश नाथ काटजू मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के राज्यपाल और केंद्रीय कानून, गृह और रक्षा मंत्री थे.
न्यायामूर्ति मार्कन्डेय काटजू ने लॉ इन दी साइटिंफिक एरा, इंटरप्रेटेशन ऑफ टैक्सिंग स्टैटस, मीमांसा रूल्स ऑफ इंटरप्रेटेशन और डोमेस्टिक इंक्वायरी नामक पुस्तकें लिखीं.
विदित हो कि भारतीय प्रेस परिषद एक अर्धन्यायिक निकाय है जो मीडिया के क्रिया-कलापों पर नजर रखती है. नियम के तहत इसका अध्यक्ष सर्वोच्च न्यायालय का सेवानिवृत्त न्यायाधीश होता है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation