दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (South Asian Association for Regional Cooperation) के देश दक्षिण एशियाई क्षेत्र में मवेशियों में मुंहखोरा रोग की पहचान के लिए एक प्रयोगशाला बनाने पर सहमत हो गये. प्रयोगशाला बनाने का निर्णय उत्तराखंड के मुक्तेश्वर में संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन द्वारा आयोजित समारोह में लिया गया. इसका समापन 10 मई 2011 को हुआ. एक सप्ताह तक चले कार्यक्रम में श्रीलंका, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान और भारत के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. दक्षिण एशियाई क्षेत्र में वैक्सीन के प्रभाव की निगरानी करना और वैक्सीन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए समझौता तैयार करने के बारे में भी विचार विमर्श हुआ.
विदित हो कि सदियों से मुंहखोरा रोग घरेलू और जंगली जानवरों के स्वास्थ्य के लिए गम्भीर खतरा बना हुआ है.
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