सीरिया में लोकतंत्र व शांति की स्थापना हेतु प्रस्ताव के पक्ष में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत सहित कुल 13 सदस्य देशों ने मतदान किया. जबकि रूस और चीन ने इस प्रस्ताव पर वीटो कर दिया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अरब लीग समर्थित प्रस्ताव जिसमें सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद से इस्तीफा देने का आह्वान किया गया है, पर मतदान 4 फरवरी 2012 को किया गया.
संयुक्त राष्ट्र में 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में सीरिया में चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन और उसे दबाने के लिए वहां की सरकार द्वारा जारी दमनात्मक कार्रवाई को रोकने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया था. प्रस्ताव का नाम था: सीरिया में लोकतंत्र और बहु-व्यवस्था राजनीतिक तंत्र हेतु राजनीतिक हस्तांतरण (Syrian-led political transition to a democratic, plural political system).
ज्ञातव्य हो कि इस मुद्दे पर रूस और चीन ने दूसरी बार वीटो का इस्तेमाल किया है. इससे पहले दोनों देशों ने पांच अक्टूबर 2011 को वीटो का प्रयोग किया था.
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