भारत में मत्य्य उत्पादन में बृद्धि के लिए चलाई गई एक विशेष योजना को ‘नीली क्रांति’ का नाम दिया गया है| आर्थिक समीक्षा 2014-15 के अनुसार वर्ष 2013-14 में 95.8 लाख टन मछली का उत्पादन कर आज भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक राष्ट्र बन गया है| केंद्र सरकार ने मछली और मछली उत्पादों से निर्यात आय को 2014-15 के Rs 33,441 करोड़ से बढाकर अगले 5 सालों में Rs. 1,00,000 करोड़ करने का लक्ष्य रखा है|
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भारत में नीली क्रांति के दौरान एक्वाकल्चर का विकास हुआ जिसके कारण मछली पालन, मछली प्रजनन, मछली विपणन और मछली निर्यात में बहुत अधिक सुधार हुआ है। नीली क्रांति के कारण भारत में झींगा मछली के उत्पादन में बहुत बृद्धि हुई है| आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में झींगा का उत्पादन बहुत ही व्यापक स्तर पर होता है इसी कारण आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले को भारत की ‘झींगा मछली की राजधानी’ कहा जाता है|
मछली उत्पादन से सम्बन्षित कुछ रोचक आंकड़े इस प्रकार हैं:
1. चीन दुनिया का सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश है इसके बाद भारत का नंबर आता है| चीन से 50 विभिन्न प्रकार की मछलियों का उत्पादन किया जाता है |
2. ताजे जल की मछली के उत्पादन में भी चीन का स्थान प्रथम और भारत का दूसरा है |
3. भारत से समुद्री उत्पादों का सबसे अधिक निर्यात अमेरिका (26%) को किया जाता है इसके बाद आसियान देशों (25%) और तीसरे स्थान पर यूरोपियन यूनियन (20%) का नंबर आता है |
4. देश में कुल मछली उत्पादन में अग्रणी राज्य इस प्रकार हैं:पश्चिम बंगाल> आंध्र प्रदेश> गुजरात> केरल > एवं तमिलनाडु
5. देश में सागरीय मछली उत्पादन में अग्रणी राज्य इस प्रकार हैं: केरल> गुजरात> महाराष्ट्र> तमिलनाडु> एवं आंध्र प्रदेश
6. आन्तरिक क्षेत्र में मछली उत्पादक बड़े उत्पादक राज्य इस प्रकार हैं:पश्चिम बंगाल> आंध्र प्रदेश> केरल > तमिलनाडु
7. भारत का कुल मछली उत्पादन इस प्रकार है
I. अंतर्देशीय मछली उत्पादन : 6.23 मिलियन टन
II. समुद्री मछली उत्पादन : 3.35 मिलियन टन
8. भारत में नीली क्रांति का जनक अरुण कृष्णन को माना जाता है|
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