भारतीय रेलवे को देश की जीवनरेखा कहा जाता है। प्रतिदिन 2.5 करोड़ से अधिक यात्री रेलवे के माध्यम से अपनी मंजिलों तक का सफर पूरा करते हैं। क्योंकि, जहां यह एक तरफ सुगम यात्रा और बेहतर सुविधा के लिए जानी जाती है, वहीं दूसरी तरफ यात्रा का वाजिब किराया भी इसे यातायात के अन्य साधनों से बेहतर बनाता है।
रेलवे द्वारा प्रत्येक ट्रेन को एक नंबर दिया जाता है, जिससे ट्रेन की पहचान होती है। प्रत्येक नंबर के साथ रेलवे द्वारा UP और Down शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि आखिर इसका क्या मतलब होता है, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
होम स्टेशन से मानी जाती है शुरुआत
किसी भी ट्रेन के दो बिंदु होते हैं, जिनके बीच ट्रेन का संचालन किया जाता है। हालांकि, ट्रेन की शुरुआत उसके होम स्टेशन से मानी जाती है। उदाहरण के तौर पर, यदि कोई ट्रेन लखनऊ से दिल्ली चलती है, तो उसका होम स्टेशन लखनऊ होगा, जबकि हॉल्ट स्टेशन दिल्ली होगा।
क्या होता है UP और Down नंबर
किसी भी ट्रेन में UP और Down नंबर का इस्तेमाल ट्रेन के होम स्टेशन और उसके आखिरी स्टेशन बताने के लिए किया जाता है। यदि ट्रेन अपने होम स्टेशन से निकल रही है, तो उसे डाउन नंबर दिया जाता है, वहीं, ट्रेन के अपने होम स्टेशन की तरफ बढ़ने पर उसे अप नंबर दिया जाता है।
UP और Down में होता है नंबरों का खेल
यदि कोई ट्रेन अपने होम स्टेशन से गंतव्य तक के लिए बढ़ रही है, तो उसे डाउन ट्रेन कहा जाएगा। डाउन ट्रेन का नंबर अधिक संख्या वाला होता है। वहीं, यदि ट्रेन अपने होम स्टेशन की तरफ बढ़ रही है, तो उसे अप नंबर दिया जाएगा, जो कि कम संख्या वाला होगा।
आखिरी अंक होता है अलग
UP और Down ट्रेन के नंबरों में अंतर होता है। हालांकि, यह नंबर पूरी तरह अलग नहीं होते हैं, बल्कि इनका आखिरी अंक अलग होता है, जिससे किसी भी ट्रेन के UP और Down होने की जानकारी मिलती है। वैसे, तो यह संख्या आम यात्री के समझ नहीं आएगी, लेकिन रेलवे कर्मचारियों के लिए यह महत्त्वपूर्ण जानकारी होती है।
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