World Press Freedom Day 2020: इसे विश्व प्रेस दिवस के रूप में भी जाना जाता है. यह दिन उन पत्रकारों को भी श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने अपनी जान गंवाई है. इस दिन की घोषणा 3 मई को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी ताकि मिडिया की कार्यशीलता, सूचना प्रदान करना, इसकी सार्थकता में स्वतंत्रता के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार को बनाए रखने और सम्मान करने के लिए अपने कर्तव्य की सरकार को जागृत करना है.
COVID-19 के कारण इस साल विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का समारोह ऑनलाइन डिबेट्स और वर्कशॉप्स के रूप में होगा.
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2020: थीम
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2020 का थीम "Journalism without Fear or Favour" है. यूनेस्को द्वारा मीडिया और सोशल मीडिया चैनलों पर पत्रकारिता पर बिना किसी भय या पक्षपात के एक वैश्विक अभियान चलाया गया है. 4 - 6 मई 2020 तक, High-level Dialogue on Press Freedom and Tackling Disinformation in the COVID-19 context, फेसबुक लाइव, यूट्यूब और माइक्रोसॉफ्ट टीमों के माध्यम से ऑनलाइन चर्चा, अन्य डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों के बीच विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. यूनेस्को की साइट पर, डिबेट्स उपलब्ध हैं.
इस वर्ष के Sub-Theme इस प्रकार हैं:
- महिला और पुरुष पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की सुरक्षा. (Safety of Women and Men Journalists and Media Workers)
- स्वतंत्र और व्यावसायिक पत्रकारिता राजनीतिक और वाणिज्यिक प्रभाव से मुक्त. (Independent and Professional Journalism free from Political and Commercial Influence)
- मीडिया के सभी पहलू में लैंगिक समानता. (Gender Equality in All Aspect of the Media).
2020 के लिए मेजबान नीदरलैंड है. इससे पहले यूनेस्को और नीदरलैंड्स ने हेग स्थित वर्ल्ड फोरम में 22 अप्रैल से 24 अप्रैल तक सम्मेलन आयोजित करने की योजना बनाई थी. लेकिन अब यह COVID-19 महामारी के कारण उसी स्थान पर 18 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के लिए निर्धारित किया गया है. आपको बता दें कि यह विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (3 मई) और International Day to End Impunity for Crimes against Journalists (2 नवंबर) का जॉइंट सेलिब्रेशन होगा.
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2019 का थीम "Media for Democracy: Journalism and Elections in Times of Disinformation” था.
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस: इतिहास
यूनेस्को की जनरल कांफ्रेंस की सिफारिश के बाद, दिसंबर 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की. तब से, 3 मई, डिक्लेरेशन ऑफ विंडहोक की वर्षगांठ को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के रूप में दुनिया भर में मनाया जाता है.
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है?
- प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व को निर्धारित करने के लिए कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
- कई देशों की पहल संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा समन्वित होती है और ज्यादातर समय में यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए एक आयोजन भागीदार के रूप में कार्य करता है.
- यूनेस्को, योग्य संगठनों, व्यक्तियों या संस्थानों को पुरस्कार प्रदान करता है जिन्होंने दुनिया के किसी भी हिस्से में प्रेस की स्वतंत्रता के प्रचार और रक्षा में सराहनीय योगदान दिया हो.
- भारत में, यह उन मीडिया पत्रकारों को सलाम करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने सूचना देने में अपनी जान जोखिम में डाल दी या कभी-कभी ड्यूटी में ही अपनी जान गंवा दी.
- विभिन्न सरकारी अधिकारी, मंत्री कला प्रदर्शनियों जैसे कई कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं और भाग लेते हैं; भारत में इस दिन ड्यूटी पर अपनी जान जोखिम में डालने वाले पत्रकारों के लिए सम्मान पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं.
लेकिन COVID-19 महामारी के कारण, सेलिब्रेशन ऑनलाइन हो रहा है. विश्व प्रेस स्वतंत्रता सम्मेलन 2020 पत्रकारों, नागरिक समाज के प्रतिनिधियों, राष्ट्रीय अधिकारियों, इत्यादि को स्वतंत्रता और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए उभरती चुनौतियों पर चर्चा करने और समाधान खोजने के लिए मिलकर काम करने का अवसर प्रदान करता है. 1993 से, इस सम्मेलन का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है. यह हेग, नीदरलैंड में 18-20 अक्टूबर, 2020 में होगा.
हम सभी जानते हैं कि किसी भी देश के विकास में मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह न केवल लोगों को बताता है कि उनके आसपास में क्या हो रहा है, बल्कि उन घटनाओं के बारे में भी जानकारी देता है जो उनके जीवन को प्रभावित करती हैं. प्रेस की स्वतंत्रता को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. साथ ही, बोलने की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति के अधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए.
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