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Chinese balloon को अमेरिका ने मार गिराया, जानें सैटेलाइट की जगह स्पाई बैलून का इस्तेमाल क्यों होता है?

अमेरिकी रक्षा विभाग ने पुष्टि की कि उसके लड़ाकू विमानों ने दक्षिण कैरोलाइना तट पर अटलांटिक महासागर में चीन के एक कथित निगरानी गुब्बारे को मार गिराया. वहीं, चीन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उसके असैन्य मानवरहित यान के खिलाफ यह कार्रवाई, अन्तर्राष्ट्रीय नियमों का गंभीर उल्लंघन' है. 

जानें सैटेलाइट की जगह स्पाई बैलून का इस्तेमाल क्यों होता है?
जानें सैटेलाइट की जगह स्पाई बैलून का इस्तेमाल क्यों होता है?

अमेरिकी रक्षा विभाग ने पुष्टि की कि उसके लड़ाकू विमानों ने दक्षिण कैरोलाइना तट पर अटलांटिक महासागर में चीन के एक कथित निगरानी गुब्बारे को मार गिराया. यूएस टीवी नेटवर्क पर एक विडियो फुटेज में एक छोटे से विस्फोट के बाद गुब्बारे को समुद्र में गिरते हुए देखा जा सकता है.

एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के आदेश के बाद अमेरिकी एयरफोर्स ने इस कथित स्पाई बैलून को नष्ट किया. 

चीन ने दी प्रतिक्रिया:

वहीं, चीन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उसके असैन्य मानवरहित यान के खिलाफ यह कार्रवाई 'इंटरनेशनल प्रेक्टिस का गंभीर उल्लंघन' है. साथ ही चीन ने अमेरिका को इसके अंजाम भुगतने की धमकी भी दी. 

चीन ने कहा है कि मोंटाना राज्य के ऊपर देखा गया गुब्बारा महज एक "नागरिक हवाई पोत" (Civilian airship) है, जो अपने रूट से भटक गया था, लेकिन अमेरिका को संदेह है कि यह "उच्च ऊंचाई पर निगरानी" (High-altitude surveillance) उपकरण है. 

बैलून के उपकरण बरामद करने का चला अभियान:

अमेरिकी रक्षा विभाग के अनुसार इस गुब्बारे के मलबे से सभी उपकरण बरामद करने का अभियान जारी है जिससे इसके बारें में और जानकारी का पता लगाया जा सके. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कैरोलाइना में अमेरिकी तट से छह मील दूर गुब्बारे को मार गिराया गया. इससें किसी प्रकार के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ.   
यह बैलून 28 जनवरी को अलास्का के ऊपर देखा गया था, यह 30 जनवरी को कनाडाई वायु क्षेत्र में प्रवेश किया था उसके बाद दोबारा अमेरिकी वायु क्षेत्र में देखा गया.  

बाइडन ने क्या कहा?

बाइडन ने इस सम्बन्ध में मैरीलैंड में पत्रकारों से कहा, ‘मैंने उनसे गुब्बारे को मार गिराने के लिए कहा था.’ उन्होंने कहा कि जब इसके बारें में जानकारी हुई तो मैंने पेंटागन को इसे जल्द से जल्द मार गिराने का आदेश दिया था. 

स्पाई बैलून: 

गुब्बारे निगरानी तकनीक के सबसे पुराने रूपों में से एक हैं. इसका उपयोग द्वितीय विश्व युद्ध में भी देखा गया था जब जापानी सेना ने अमेरिका में बम लॉन्च करने के लिए इनका इस्तेमाल किया था. शीत युद्ध (Cold War) के दौरान अमेरिका और सोवियत संघ द्वारा भी इनका व्यापक रूप से उपयोग किया गया था.
हाल ही में, अमेरिका कथित तौर पर पेंटागन के निगरानी नेटवर्क में उच्च ऊंचाई वाले इन्फ्लेटेबल्स को जोड़ने पर विचार कर रहा है. आधुनिक गुब्बारे आमतौर पर पृथ्वी की सतह (80,000 फीट-120,000 फीट) के ऊपर 24km-37km के मध्य उड़ते हैं.

सैटेलाइट की जगह स्पाई बैलून का इस्तेमाल क्यों?

स्पाई बैलून आज कल ऑपरेशनल फायदे के कारण अधिक चलन में है. ये गुब्बारे विपरीत स्थितियों का भी सामना कर सकते हैं. सैटेलाइट की तुलना में इनकी तैनाती और ऑपरेशन कम महंगे होते हैं.     

हाई एल्टीट्यूड वाले गुब्बारे "किसी भी प्लेटफ़ॉर्म के लिए उपयोग में लिए जा सकते है, चाहे वह संचार और डेटा लिंक नोड्स, ISR, ट्रैकिंग वायु और मिसाइल खतरे ही क्यों न हो.   

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