संघ लोक सेवा आयोग ने वर्ष 2011 की सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा का आयोजन देश के विभिन्न केन्द्रों पर 29 अक्टूबर, 2011 से 26 नवम्बर 2011 के मध्य किया. यहां पर सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2011 के भूगोल का द्वितीय प्रश्न-पत्र दिया गया है. इच्छुक अभ्यर्थी इसे पढ़कर अपनी तैयारी की रणनीति बनाने में मदद ले सकते हैं.
भूगोल
प्रश्न-पत्र II
समय : तीन घण्टे पूर्णांक : 300
अनुदेश - प्रत्येक प्रश्न हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में छपा है.
प्रश्नों के उत्तर उसी माध्यम में लिखे जाने चाहिए, जिसका उल्लेख आपके प्रवेश-पत्र में किया गया है, और इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख उत्तर-पुस्तक के मुख-पृष्ठ पर अंकित निर्दिष्ट स्थान पर किया जाना चाहिए. प्रवेश-पत्र पर उल्लिखित माध्यम के अतिरिक्त अन्य किसी माध्यम में लिखे गए उत्तर पर कोई अंक नहीं मिलेंगे.
प्रश्न संख्या 1 और 5 अनिवार्य हैं. बाकी प्रश्नों में से प्रत्येक खण्ड से कम-से-कम एक प्रश्न चुनकर किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए.प्रत्येक प्रश्न के लिए नियत अंक प्रश्न के अन्त में दिए गए हैं.
अपने उत्तर को समुचित रेखा-मानचित्रों और आरेखों की सहायता से, जहां जरूरी समझें, स्पष्ट कीजिए.
भारत का रूपरेखा मानचित्र इस प्रश्न पत्र के साथ प्रश्न संख्या 1 के उत्तर के लिए संलग्न है. यह नक्शा सावधानीपूर्वक प्रश्न पत्र से अलग कर लें और अभ्यर्थी इसे सावधानीपूर्वक उत्तर-पुस्तिका से बाँध दें.
खण्ड 'क'
1. आपको दिए गए भारत के रूपरेखा मानचित्र पर निम्नलिखित सभी की अवस्थिति को चिन्हित कीजिए, जिस के लिए प्रत्येक सही प्रविष्टि पर 1 (एक) अंक दिया जाएगा.
प्रत्येक प्रविष्टि के लिए, अपनी उत्तर-पुस्तिका में अवस्थितियों की महत्वपूर्ण भौगोलिक प्रासंगिकता या सामरिक महत्व भी लिखिए, चाहे वह भौतिक/वाणिज्यिक.आर्थिक/पारिस्थितिक/पर्यावरणीय/सांस्कृतिक कोई भी हो.
प्रत्येक प्रविष्टि के लिए यह लेखन 30 से अधिक शब्दों में नहीं होना चाहिए. प्रत्येक सही अंकित अवस्थिति लेखन के लिए 4 (चार) अंक नियत किए गए हैं. 5x12=60
(क) बादामी
(ख) माण्डवी
(ग) दोदीताल
(घ) यानम
(ङ) नेटरहट
(च) शमसाबाद
(छ) लक्ष्मणतीर्थ नदी
(ज) बारा लाचा दर्रा
(झ) काकोलत झरना
(ञ) सिंगरौली
(ट) डफला पहाड़ी
(ठ) ट्री द्वीप
2. भारत की हिमालय एवं प्रायद्वीपीय नदियों की प्रवृत्ति का तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत कीजिए तथा देश की सिंचाई तंत्र में उनके निहितार्थ का परीक्षण कीजिए. 60
3. (क) भारत के सुरक्षित जैवमंडलों की पहचान कीजिए तथा वन एवं वनीय जीवन के संरक्षण में उनकी भूमिका की विवेचना कीजिए. 30
(ख) भारत के समुद्री संसाधनों के विकास की संभाविता एवं संभावना का एक ब्यौरा दीजिए. 30
4. (क) गंगा के मैदान में मत्स्य उद्योग की संभावना एवं स्तर की विवेचना कीजिए. 30
(ख) भारत में औषधीय उद्योग के विस्तार एवं विकास का मूल्यांकन कीजिए. 30
खण्ड 'ख'
5. निम्नलिखित में प्रत्येक के संबंध में लगभग 200 शब्दों में लिखिए : 15x4=60
(क) भारत में सतरंगी क्रांति की संभावना
(ख) करेवा निक्षेप तथा उनका आर्थिक महत्व
(ग) भारत में भूधारणा का कृषि उत्पादकता पर प्रभाव
(घ) भारत में कृषि वानिकी
6. (क) भारत में बढ़ती हुई वायु परिवहन के महत्व का मूल्यांकन कीजिए तथा देश के प्रादेशिक विकास में इसकी भूमिका का परीक्षण कीजिए. 30
(ख) भारत में अन्ता-प्रादेशिक प्रवसन के स्थानीय प्रारूप की विवेचना कीजिए तथा देश के प्रादेशिक विकास में इसके निहितार्थ का परिक्षण कीजिए. 30
7. (क) संन्गर एवं महानगरीय प्रदेश में अंतर स्पष्ट कीजिए. भारत में उभरते हुए संन्गर का एक सकारण ब्यौरा दीजिए. 30
(ख) भारत में खड्ड प्राभावित क्षेत्रों की पहचान कीजिए तथा उनके उद्धार के पर्यावरणीय एवं आर्थिक प्रभावों की विवेचना कीजिए. 30
8. (क) भारत में नगरीय अपशिष्ट द्वारा उत्पादित पर्यावरणीय निम्नीकरण की समस्याओं की परिचर्चा कीजिए. 30
(ख) भारत में मरुस्थलीकरण के कारणों की व्याख्या कीजिए. एक रेखाचित्र पर देश के मरुस्थलीय प्रदेशों को प्रदर्शित कीजिए तथा उसके नियंत्रण के उचित उपायों को सुझाइए. 30
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