आज जब प्राइवेट सेक्टर में नौकरियां तेजी से बढ़ीं हैं लेकिन सरकारी नौकरी के लिए युवाओं में इच्छा में कोई कमीं नहीं आई है. इसके पीछे कारण हैं सरकारी नौकरी में मिलने वाली सुविधाएं, स्थायी आय-स्रोत और लंबी छुट्टियां और प्राइवेट नौकरियों की तुलना में कम काम के दबाव आदि. हालांकि इनमे कुछ ही सही हैं लेकिन फिर दूसरे कारणों से उम्मीदवार सरकारी नौकरियों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन करते हैं, जिन नौकरियों के लिए वे योग्य हैं या जिनके लिए उनके पास अधिक योग्यता है उनके लिए भी. आपने न्यूज आदि में सुना होगा कि पोस्ट ग्रेजुएट या पीएचडी योग्यता रखने वाले उम्मीदवार प्यून के पदों पर अप्लाई कर रहे हैं.
सरकारी विभागों में आकर्षक सरकारी नौकरियों की रखने वाले उम्मीदवार अपने सपने को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम से लेकर ‘पहुंच’ तक सभी तरह से प्रयास करते हैं. इस सच्चाई से गैरसामाजिक तत्व (फर्जी सरकारी नौकरी का रैकेट चलाने वाले) भी भली-भांति वाकिफ हैं और वे कमजोर इच्छाशक्ति लेकिन सरकारी नौकरी का सपना देखने वाले उम्मीदवारों से पैसे ऐंठने के लिए तरह-तरह के जाल बिछाते रहते हैं. इनके झांसे में कई उम्मीदवार आ जाते हैं और वे फर्जी सरकारी नौकरी भर्ती का शिकार बन जाते हैं.
आज के डिजिटल दौर में, सभी तरह सरकारी नौकरियों के विज्ञापन ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं जिनमें ऑफिशियल वेबसाइट का लिंक दिया जाता है. सरकार के ज्यादातर विभाग अपने भर्ती विज्ञापनों को विभिन्न अधिकृत वेबसाइट्स के माध्यम से जारी करते हैं और रिक्तियों के लिए भर्ती प्रक्रिया के तहत आवेदन आमंत्रित करते हैं.
कैसे करें फर्जी सरकारी नौकरियों की पहचान?
ऐसे में आवश्यक है कि आप इन फर्जी सरकारी नौकरियों की पहचान करने में समर्थ हों और इनका शिकार न बन सकें
- हमेशा चेक करें कि आवेदन शुल्क संगठन के ऑफिशियल एकाउंट में जमा कराया जा रहा है या संगठन या संगठन के ऑफिशियल इंचार्ज के पद के नाम से डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से लिया जा रहा है.
- आवेदन करने से पहले संगठन की ऑफिशियल वेबसाइट को चेक करें. ज्यादातर सरकारी विभागों की वेबसाइट के ऐड्रेस में ‘.nic.in’ या ‘.gov.in’ होता है.
- अधिकतर फर्जी सरकारी नौकरी के विज्ञापनों में आयु सीमा काफी अधिक होती है, जैसे – 18-55 वर्ष, ताकि अधिक से अधिक लोग इसके झांसे में आएं और आवेदन करें.
- फर्जी विज्ञापनों अधिकतर आवश्यक शैक्षणिक योग्यता काफी कम होती है, जैसे – 8वीं पास या मैट्रिक पास, जिसके कारण अधिक से अधिक लोग इनके लिए आवेदन कर सकते हैं.
- संगठन की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और चेक करें विज्ञापन के कॉन्टैक्ट डिटेल वेबसाइट पर उपलब्ध हैं कि नहीं.
- हमेशा चेक करें कि फर्जी विज्ञापन में दी गई ई-मेल आइडी व अन्य डिटेल संगठन की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुरूप हो, जैसे - इंफो@कंपनीनेम.com, न कि किसी फ्री-ईमेल सर्विस प्रोवाइडर के डोमेन पर हो.
- फर्जी विज्ञापनों में अक्सर पदों की संख्या बहुत अधिक होती है, जैसे 10000 या 20000 पद.
- साथ ही यह भी चेक करें विज्ञापन में आनलाइन आवेदन की वेबसाइट आधिकारिक है न कि जालसाजों की वेबसाइट (फिशिंग वेबसाइट) या ओरिजिनल वेबसाइट से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट.
जागरणजोश में आपके लिए सरकारी नौकरियों की डिटेल चेक करने के दौरान हमें ऑनलाइन और न्यूजपेपर्स आदि कई ऐसे विज्ञापन मिलते हैं जो कि किसी सरकारी संगठन छलावे के रूप में या किसी प्रतिनिधि द्वारा पब्लिश होते हैं. फर्जी सरकारी नौकरी का रैकेट चलाने वाले ऐसा इसलिए करते हैं ताकि वे प्रवेश शुल्क/पंजीकरण शुल्क/ आवेदन शुल्क के नाम पर लाखों उम्मीदवारों से करोड़ों का घोटाला कर सकें. इसलिए विभिन्न सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को ऐसे फर्जी सरकारी नौकरी के विज्ञापनों के झांसे में नहीं आना चाहिए और उपर दिये गये तरीकों से सही सरकारी नौकरी की पहचान करके ही आवेदन करना चाहिए.
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