IAS Success Story: लोगों में यह अवधारणा है कि यदि आपकी अंग्रेजी अच्छी नहीं है, तो आप सिविल सेवाओं में जल्दी सफलता नहीं पा सकते हैं। यही वजह है कि कई लोग तैयारी करने से पहले अपना अधिकतर समय अंग्रेजी को ठीक करने में बिताते हैं। हालांकि, ऐसा नहीं है, क्योंकि सिविल सेवाओं में सफलता के लिए भाषा का ज्ञान नहीं, बल्कि विषयों का ज्ञान होना जरूरी है। आज हम आपको जम्मू-कश्मीर के रहने वाले अभिषेक शर्मा की कहानी बताने जा रहे हैं, जो अंग्रेजी में बात करने में कभी असहज हुआ करते थे। इस वजह से उन्हें कई बार परेशानी भी हुई। वह सिविल सेवाओं में दो बार फेल हुए और तीसरे प्रयास में वह आईएएस बनने में सफल रहे। इस लेख के माध्यम से हम अभिषेक के अंग्रेजी के डर को खत्म करने के साथ उनके आईएएस बनने की कहानी को जानेंगे।
अभिषेक शर्मा का परिचय
अभिषेक शर्मा मूलरूप से जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। उन्होंने जम्मू से ही अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की। कक्षा 10वीं और 12वीं में उनके 90 पर्सेंट से अधिक अंक रहे। इसके बाद उन्होंने जम्मू से 76 पर्सेंट अंकों के साथ साल 2014 में अपना स्नातक पूरा किया।
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— Abhishek Sharma (@Abhi1shrma) April 4, 2023
The first Annual report of Jammu Kashmir e Governance Agency was released by Secretary MeITY in Srinagar. @OfficeOfLGJandK @AshwiniVaishnaw @abhish18 @_DigitalIndia https://t.co/nsF6uJCiw9
हिंदी मीडियम में हुई पढ़ाई
अभिषके की पढ़ाई हिंदी मीडियम में हुई। ऐसे में शुरू से ही उन्होंने अधिक अंग्रेजी नहीं पढ़ी थी। इस वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता था। वह अंग्रेजी बोलने में झिझकते थे।
पहले प्रयास में इंटरव्यू में फेल
अभिषेक शर्मा ने ग्रेजुएशन करने के बाद सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू कर दी थी। वह इसके लिए दिल्ली में कोचिंग लेने के लिए पहुंच गए थे। यहां उन्होंने एक कोचिंग में दाखिला भी लिया, लेकिन उनका यहां पर मन नहीं लगा। ऐसे में वह कोचिंग छोड़कर वापस अपने घर लौट गए। उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही इंटरव्यू में जगह बना ली थी। हालांकि, वह इंटरव्यू में रह गए थे।
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— Abhishek Sharma (@Abhi1shrma) April 19, 2023
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दूसरे प्रयास में फिर हुए फेल
अभिषेक शर्मा ने हार न मानते हुए अपना दूसरा प्रयास किया। वह इस बार हिंदी के साथ परीक्षा में पहुंचे, लेकिन किस्मत को इस बार भी उनकी हार मंजूर थी। ऐसे में उन्हें इस बार भी असफलता का मुंह देखना पड़ा।
अंग्रेजी का अखबार पढ़कर की मेहनत
अभिषेक शर्मा ने अपनी अंग्रेजी को बेहतर करने के लिए अंग्रेजी का अखबार पढ़ना शुरू कर दिया था। वह नियमित रूप से अंग्रेजी का अखबार पढ़ा करते थे, जिससे उन्हें अपनी अंग्रेजी को बेहतर करने में मदद मिली।
Mission is to Double Farmer’s income through Holistic Agriculture Development Program (HADP). Through Kisan Sampark abhiyan, farmers are being made aware about the schemes and processes.@OfficeOfLGJandK @PMOIndia @AgriGoI https://t.co/TkKsvytP4K
— Abhishek Sharma (@Abhi1shrma) May 1, 2023
तीसरे प्रयास में मिली सफलता
अभिषेक ने सिविल सेवाओं के लिए साल 2018 में अपना तीसरा प्रयास किया। इस प्रयास में मेंस में पहुंचने के बाद भी उन्होंने किसी को इस बात की जानकारी नहीं दी। वह इंटरव्यू में पहुंचे और बहुत सहज होकर सभी प्रश्नों का उत्तर दिया। जब परिणाम जारी हुआ, तो उन्होंने 69वीं रैंक के साथ इसमें टॉप किया था। इस रैंक के साथ उन्हें आईएएस का पद का मिला।
एक समय पर एक काम
अभिषेक एक समय पर एक काम करने में यकीन रखते हैं। वह अभ्यर्थियों को सलाह देते हैं कि आप जिस भाषा में सहज हैं, उस भाषा में इस परीक्षा को दें और इंटरव्यू में भी उस भाषा में ही बोलें। वर्तमान में अभिषेक जम्मू-कश्मीर में ई-गर्वनेंस एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
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