IAS Success Story: दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की बागडोर संभालने के लिए देश की सबसे बड़ी परीक्षा यानि सिविल सेवा को पास करना होता है। सफलता, असफलता, आशा, निराशा और सपनों से भरी इस सेवा के ईर्द-गिर्द आपको कई प्रकार की कहानियां सुनने को मिलती हैं। यह कहानियां कई लोगों के हौंसले, दुख और खुशियों से भरी होती हैं। सिविल सेवा के इस सफर में कई बार हौंसला टूट जाता है। ऐसे में ये कहानियां हमें अपने लक्ष्य के प्रति मेहनत करते रहने की प्रेरणा देती हैं। इन्हीं कहानियों में से आज हम आपको ओडिसा की रहने वाली संजीता महापात्रा की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने इंजीनियरिंग करने के बाद सिविल सेवाओं में जाने का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होंने इंटरनेट से तैयारी की, चार बार असफलताओं का मुंह देखा और पांचवी बार सफलता से हाथ मिलाया। इस बीच उनके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए, तो आइये जानते हैं संजीता महापात्रा की कहानी।
संजीता महापात्रा का परिचय
संजीता महापात्रा मूलरूप से ओडिसा की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा चिन्मय विद्यालय से पूरी होने के बाद इंजीनियरिंग करने का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होंने कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर में दाखिला लेकर साल 2008 से 2012 तक अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की।
सेल में लगी नौकरी
इंजीनियरिंग करने के बाद संजीता की नौकरी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी Steel Authority of India(SAIL) में लग गई थी। यहां उन्होंने असिस्टेंट मैनेजर के रूप में काम किया। हालांकि, उनके मन में सिविल सेवाओं में जाने की इच्छा थी।
नौकरी के साथ शुरू की तैयारी
संजीता ने नौकरी करते हुए सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू की। उन्होंने पढ़ाई के लिए किताबों के साथ इंटरनेट की भी मदद ली। इसके लिए वह प्रतिदिन इंटरनेट की मदद से शैक्षणिक वीडियो व कंटेंट को पढ़ा करती थी।

चार बार देखी असफलता
संजीता ने अपना पहला प्रयास किया, लेकिन वह इस परीक्षा में सफल नहीं हो सकी। उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरा प्रयास किया और इस बार भी उन्हें सफलता नहीं मिली। हालांकि, वह फिर से तैयार हुई और अपना तीसरा प्रयास किया और इस बार भी वह सफल नहीं हो सकी। संजीता ने साल 2018 में नौकरी छोड़ दी थी।
राज्य स्तर की परीक्षा में मिली दूसरी रैंक
संजीता ने यूपीएससी सिविल सेवाओं के साथ ओडिसा की राज्य स्तर की परीक्षा में भी आवेदन किया था। साल 2019 की परीक्षा में उन्होंने दूसरी रैंक के साथ इसमें टॉप किया।
साल 2019 में मिली सफलता
साल 2019 की सिविल सेवाओं में संजीता ने अपना पांचवा प्रयास किया था। इस प्रयास में वह परीक्षा को पास करने में सफल रही। उन्होंने 10वीं रैंक हासिल करते हुए सिविल सेवाओं में टॉप किया।
पढ़ेंः IPS Success Story: ISRO का ऑफर छोड़ पहले प्रयास में IPS बनी तृप्ति भट्ट
Comments
All Comments (0)
Join the conversation