NCERT History Textbook: अब 7वीं कक्षा के छात्र पढ़ेंगे महमूद गजनवी की 'तबाही' और नालंदा विध्वंस की पूरी कहानी, देखें नए अपडेट

Akshara Verma
Dec 8, 2025, 19:38 IST

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने स्कूली पाठ्यक्रम में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इस बार 2026-27 शैक्षणिक सत्र से, कक्षा 7 वीं की इतिहास के सिलेबस में कई नए और पहले से कम शामिल किए गए ऐतिहासिक पहलुओं को विस्तार से पढ़ाया जाएगा। इस अपडेट में मुख्य रूप से महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमणों की तीव्रता और नालंदा विश्वविद्यालय के विनाश जैसे महत्वपूर्ण घटनाक्रमों को पूरी कहानी के रूप में शामिल किया गया है।

NCERT ने यह कदम छात्रों को भारतीय इतिहास की घटनाओं के बारे में एक अधिक व्यापक और संतुलित दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए फैसला किया है।

नई किताब में इस चैप्टर का नाम The Ghaznavi Invasions है। इसमें विद्यार्थियों को छह पेज का पूरा सेक्शन मिलेगा, जिसमें गजनवी के भारतीय उपमहाद्वीप पर 17 हमलों की लिस्ट दी गई है। इसमें मथुरा और कन्नौज के मंदिरों को तोड़ने, गुजरात के सोमनाथ मंदिर के विध्वंस और शिवलिंग हटाने को समझाया गया है। 

गजनवी का आक्रमण: 'लूटपाट' से 'तबाही' तक

NCERT के नए सिलेबस में महमूद गजनवी के चरित्र और उसके भारत पर आक्रमणों के उद्देश्य को अधिक स्पष्टता के साथ किताबों में दर्शाया गया है, जिससे छात्रों को इस बारे में जानकारी मिलेगी। 

पहलू  पुराने सिलेबस में नए सिलेबस में
गजनवी का उद्देश्य केवल 'धन लूटना' और 'साम्राज्य विस्तार' 'धन लूटना' के साथ-साथ 'हिंदू मंदिरों को नष्ट करना' और 'इस्लाम का प्रचार'
सोमनाथ मंदिर मंदिर पर आक्रमण का संक्षिप्त उल्लेख। मंदिर के विध्वंस की पूरी कहानी, गजनवी की बर्बरता और वहाँ के प्रतिरोध का वर्णन।
पहचान मुख्य रूप से एक 'विजेता' के रूप में। एक 'आक्रमणकारी' और 'महान विध्वंसक' (Iconoclast) के रूप में भी वर्णन।

नालंदा विध्वंस की दर्दनाक कहानी भी शामिल

भारतीय शिक्षा और बौद्ध धर्म का एक गौरवशाली केंद्र, नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) के विनाश की कहानी को भी NCERT ने अब विस्तार से जगह दी है।

नालंदा पर केंद्रित नई सामग्री

  • विनाशकारी हमला: 12वीं शताब्दी में बख्तियार खिलजी के नेतृत्व में हुए आक्रमण की डिटेल्स है। 
  • ज्ञान का नुकसान: यह बताया गया है कि कैसे विश्वविद्यालय के विशाल पुस्तकालय (जिसमें लाखों पांडुलिपियां थीं) को जला दिया गया, जिससे देश और दुनिया के लिए ज्ञान का एक बड़ा भंडार हमेशा के लिए नष्ट हो गया।
  • कारण और परिणाम: इस हमले के पीछे के संभावित कारणों और भारतीय शिक्षा तथा संस्कृति पर इसके दीर्घकालिक प्रभावों पर भी प्रकाश डाला गया है।

NCERT के इस बदलाव का उद्देश्य

NCERT का कहना है कि ये बदलाव छात्रों को इतिहास को एक अधिक आलोचनात्मक और तथ्यात्मक दृष्टिकोण से समझने में मदद करेंगे।

  1. छात्रों को केवल शासकों की उपलब्धियों ही नहीं, बल्कि उनके कार्यों के विनाशकारी पहलुओं से भी परिचित कराना।
  2. उन ऐतिहासिक घटनाओं को प्रमुखता देना, जिन्हें पहले पाठ्यक्रम में 'सॉफ्ट-पेडल' किया गया था।
  3. इतिहास के सभी पहलुओं, चाहे वे सुखद हों या दुखद, को निष्पक्ष रूप से प्रस्तुत करना।

नई बुक्स में क्या पढ़ेंगे सभी छात्र?

नई बुक में छात्र पढ़ेंगे कि गजनवी के हमलों के दौरान हजारों आम भारतीयों का नरसंहार हुआ था। साथ ही, जानेंगे कि कैसे इन्होंने कैदियों को गुलाम बनाया और कैसे बच्चों को मध्य एशिया के गुलाम बाजारों में बेच दिया। अल-उतबी और अल-बिरूनी जैसे ऐतिहासिक स्रोतों का हवाला देते हुए गजनवी को शक्तिशाली, लेकिन क्रूर और बेरहम कमांडर के रूप में वर्णित किया। जिन्होंने हिंदू, बौद्ध, जैन और प्रतिद्वंद्वी इस्लामी पंथों को निशाना बनाया था।

ncert history textbook add class 7 details mahmud ghaznis massacres nalanda destruction
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राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने स्कूली पाठ्यक्रम में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इस बार 2026-27 शैक्षणिक सत्र से, कक्षा 7 वीं की इतिहास के सिलेबस में कई नए और पहले से कम शामिल किए गए ऐतिहासिक पहलुओं को विस्तार से पढ़ाया जाएगा। इस अपडेट में मुख्य रूप से महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमणों की तीव्रता और नालंदा विश्वविद्यालय के विनाश जैसे महत्वपूर्ण घटनाक्रमों को पूरी कहानी के रूप में शामिल किया गया है।

NCERT ने यह कदम छात्रों को भारतीय इतिहास की घटनाओं के बारे में एक अधिक व्यापक और संतुलित दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए फैसला किया है।

नई किताब में इस चैप्टर का नाम The Ghaznavi Invasions है। इसमें विद्यार्थियों को छह पेज का पूरा सेक्शन मिलेगा, जिसमें गजनवी के भारतीय उपमहाद्वीप पर 17 हमलों की लिस्ट दी गई है। इसमें मथुरा और कन्नौज के मंदिरों को तोड़ने, गुजरात के सोमनाथ मंदिर के विध्वंस और शिवलिंग हटाने को समझाया गया है। 

गजनवी का आक्रमण: 'लूटपाट' से 'तबाही' तक

NCERT के नए सिलेबस में महमूद गजनवी के चरित्र और उसके भारत पर आक्रमणों के उद्देश्य को अधिक स्पष्टता के साथ किताबों में दर्शाया गया है, जिससे छात्रों को इस बारे में जानकारी मिलेगी। 

पहलू  पुराने सिलेबस में नए सिलेबस में
गजनवी का उद्देश्य केवल 'धन लूटना' और 'साम्राज्य विस्तार' 'धन लूटना' के साथ-साथ 'हिंदू मंदिरों को नष्ट करना' और 'इस्लाम का प्रचार'
सोमनाथ मंदिर मंदिर पर आक्रमण का संक्षिप्त उल्लेख। मंदिर के विध्वंस की पूरी कहानी, गजनवी की बर्बरता और वहाँ के प्रतिरोध का वर्णन।
पहचान मुख्य रूप से एक 'विजेता' के रूप में। एक 'आक्रमणकारी' और 'महान विध्वंसक' (Iconoclast) के रूप में भी वर्णन।

नालंदा विध्वंस की दर्दनाक कहानी भी शामिल

भारतीय शिक्षा और बौद्ध धर्म का एक गौरवशाली केंद्र, नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) के विनाश की कहानी को भी NCERT ने अब विस्तार से जगह दी है।

नालंदा पर केंद्रित नई सामग्री

  • विनाशकारी हमला: 12वीं शताब्दी में बख्तियार खिलजी के नेतृत्व में हुए आक्रमण की डिटेल्स है। 
  • ज्ञान का नुकसान: यह बताया गया है कि कैसे विश्वविद्यालय के विशाल पुस्तकालय (जिसमें लाखों पांडुलिपियां थीं) को जला दिया गया, जिससे देश और दुनिया के लिए ज्ञान का एक बड़ा भंडार हमेशा के लिए नष्ट हो गया।
  • कारण और परिणाम: इस हमले के पीछे के संभावित कारणों और भारतीय शिक्षा तथा संस्कृति पर इसके दीर्घकालिक प्रभावों पर भी प्रकाश डाला गया है।

NCERT के इस बदलाव का उद्देश्य

NCERT का कहना है कि ये बदलाव छात्रों को इतिहास को एक अधिक आलोचनात्मक और तथ्यात्मक दृष्टिकोण से समझने में मदद करेंगे।

  1. छात्रों को केवल शासकों की उपलब्धियों ही नहीं, बल्कि उनके कार्यों के विनाशकारी पहलुओं से भी परिचित कराना।
  2. उन ऐतिहासिक घटनाओं को प्रमुखता देना, जिन्हें पहले पाठ्यक्रम में 'सॉफ्ट-पेडल' किया गया था।
  3. इतिहास के सभी पहलुओं, चाहे वे सुखद हों या दुखद, को निष्पक्ष रूप से प्रस्तुत करना।

नई बुक्स में क्या पढ़ेंगे सभी छात्र?

नई बुक में छात्र पढ़ेंगे कि गजनवी के हमलों के दौरान हजारों आम भारतीयों का नरसंहार हुआ था। साथ ही, जानेंगे कि कैसे इन्होंने कैदियों को गुलाम बनाया और कैसे बच्चों को मध्य एशिया के गुलाम बाजारों में बेच दिया। अल-उतबी और अल-बिरूनी जैसे ऐतिहासिक स्रोतों का हवाला देते हुए गजनवी को शक्तिशाली, लेकिन क्रूर और बेरहम कमांडर के रूप में वर्णित किया। जिन्होंने हिंदू, बौद्ध, जैन और प्रतिद्वंद्वी इस्लामी पंथों को निशाना बनाया था।

Akshara Verma
Akshara Verma

Content Writer

    Akshara Verma is an Executive Content Writer at Jagran Josh, specializing in authoritative content focused on Education, Current Affairs, and General Knowledge. A graduate of Bharati Vidyapeeth's Institute of Computer Applications and Management (BVICAM) with a Bachelor of Journalism and Mass Communication, Akshara leverages her 1.5 years of experience to create impactful pieces, building on her previous roles in content writing and Public Relations at both Genesis BCW and Dainik Bhaskar. She can be reached at akshara.verma@jagrannewmedia.com.

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