भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) में प्रवेश की पहली स्टेज कैट एग्जाम की विन्डो 22 अक्टूबर से ओपेन होने जा रही है जो 18 नवंबर तक ओपेन रहेगी। इस बार परीक्षा का पैटर्न बदला है। पिछली वर्ष की तुलना में दो सेक्शन ही देने होंगे।
बनाएं स्पेशल स्ट्रेटेजी
जेनिथ एकेडमी के निदेशक अनिल सिंह कहते हैं कि पॉजिटिव सोच रखें व एक मंत्र का उच्चारण करें, आई कैन, आई विल। आपने अब तक जितनी तैयारी की है, उसी पर आगे प्रैक्टिस करें। साइकोलॉजिकली और कैट के प्रेशर से बचने के लिए आत्मशक्ति को सुदृढ करें।
हर दो दिन में दें टेस्ट
किसी भी तरह की टेस्ट प्रेशर आशंका को फेस करने के लिए अपनी मेंटल टफनेस को मजबूत करने पर ध्यान दें और प्रत्येक दो दिन के अंतराल में टेस्ट दें। टेस्ट को कैट का रियल एग्जाम समझकर सवालों को हल करें। तैयारी के लिए पिछले 15 वर्षो के पेपर एवं मॉक पेपर उपयोगी हो सकते हैं। इन्हें हल करने के लिए स्टूडेंट अपने पर्सनल कम्प्यूटर पर घडी लेकर एक घंटा 10 मिनट में प्रश्न हल करने का अभ्यास प्रत्येक दो दिन के उपरान्त करें। वह सामग्री अपने पास रखें जो परीक्षा के दौरान उपलब्ध करायी जाती है। कम्प्यूटर पर रीडिंग स्किल्स बढाने का प्रयास करें।
जांचें सवाल फिर करें सॉल्व
निर्धारित समय सीमा में परीक्षा देने के उपरान्त आप सॉल्व किए गए सवालों को जांचें। सवालों के प्रकार को समझते हुए जिन सवालों का उत्तर आपने सही दिया है, उन्हें समझें कि ऐसे सवाल और किस तरह के हो सकते हैं। मतलब एक सवाल को कई एंगल से सॉल्व करने का प्रयास करें। और जो सवाल आपने गलत किया, उसे दोबारा सॉल्व करें और त्रुटि को सुधारें जिससे रियल कैट एग्जाम के समय ऐसी गलती न हों। जो प्रश्रन् आप सॉल्व नहीं कर पाए हैं, उन्हें हल करने का प्रयास करें। प्रश्न क्यों नहीं सॉल्व हो सका है, उस कमजोरी को समझें और उसे दूर करने का प्रयत्न करें। किसी नए प्रश्न के मकडजाल में न उलझें। ऐसा आप निर्धारित दो दिन के अंदर करने के उपरान्त फिर फुल लेंथ टेस्ट दें और यही प्रक्रिया अमल में लाएं।
क्वांटेटिव एबिलिटी एवं डाटा इंटरप्रेटेशन
कैट का फुल लेंथ टेस्ट देकर यदि पहले सेक्शन में क्वांटेटिव एबिलिटी में तीन बिन्दुओं पहला कैलकुलेशन मिस्टेक दूसरा कॉन्सेप्ट से रिलेटेड प्रॉब्लम और तीसरी क्वैश्चन कॉम्प्रिहेंसन प्राब्लम को सॉल्व कर लें तो रियल कैट एग्जाम में बेहतर करने में सक्षम होंगे। इन तीनों बिन्दुओं पर ध्यान देकर और ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करके कमियां दूर की जा सकती हैं। क्वांट्स के कॉन्सेप्ट को रिवाइज करने के लिए डेटा सफीसिएंसी से रिवाइज करें। एलजेब्रा, नंबर सिस्टम ज्योमेट्री के अलावा टाइम वर्क,टाइम डिस्टेंस के चेप्टरों का गहन अध्ययन किया जाए तो सफलता निश्चित मिलेगी। इसी प्रकार डाटा इंटरप्रेटेशन के सवालों को भलीभांति सोच समझ कर सॉल्व करने का प्रयास करें।
वर्बल एबिलिटी
अनिल कहते हैं कि फुल लेंथ टेस्ट देने के बाद वर्बल एबिलिटी के सवालों को जांचें कि आपने किस टाइप के प्रश्न सही किए हैं और किस टाइप के गलत हुए हैं। जो प्रश्रन् गलत किए हैं, उन पर ध्यान देते हुए अपनी तैयारी को गति दें। वर्बल एबिलिटी के प्रश्नों को हल करते वक्त लैंग्वेज स्किल्स, ग्रामेटिकल एरर, वोकैब्लरी बेस्ड प्रॉब्लम हो सकती हैं। इसलिए इसे समझ कर दूर करने का प्रयास करें। लैकिंग कॉम्प्रिहेंसन एबिलिटी को समझते हुए भावार्थ निकालने का प्रयास करें। रीडिंग कॉम्प्रिहेंसन और वर्बल एबिलिटी के सवालों को खंगालना होगा। साथ ही स्टूडेंट हर एरिया का अध्ययन करें तो सटीक उत्तर देने में आसानी होगी। इसके लिए जरूरी है- ग्रामर के कॉन्सेप्ट को रिवाइज करें। क्वालिटी रीडिंग पर विशेष ध्यान दें। प्रमुख समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं का एडीटोरियल जरूर पढें।
लॉजिकल रीजनिंग
लॉजिकल रीजनिंग के प्रश्नों को करते वक्त दी गई सिचुएशन में दिए गए तथ्यों के आधार पर पर ही उन्हें सॉल्व करें, न कि उन तथ्यों की प्रमाणिकता व स्वयं की जनरल नॉलेज का प्रयोग करें। लॉजिकल रीजनिंग के प्रश्न यदि आप एकाग्रचित होकर करेंगे तो कर सकेंगें। जितनी प्रैक्टिस आप इस बचे समय में कर सकें, उतना ही एक्जाम में बेस्ट कर सकें गे।
समझेंगे टिप्स तो होंगे सफल
जोश डेस्क
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