मैनेजमेंट के कोर्सेज का इन दिनों काफी क्रेज है। यही कारण है कि मैनेजमेंट से जुडे कोर्सेज खूब पॅापुलर हो रहे हैं। यदि आप नेम और फेम दोनों चाहते हैं, तो ब्रांड मैनेजमेंट का कोर्स काफी अच्छा है। यह कोर्स करने के बाद आप बन सकते हैं एक सक्सेसफुल ब्रांड मैनेजर।
जानें डोमेन एरिया
जबर्दस्त प्रतिस्पर्धा से भरे बाजार में टिके रहना आसान नहीं है। चाहे कंपनी कितनी भी ब्रांडेड अथवा प्रतिष्ठित क्यों न हो, उसे लगातार एक खास स्ट्रैटेजी पर चलना होता है। स्ट्रैटेजी यानी प्रोडक्ट की समीक्षा, दूसरे प्रोडक्ट से उसकी तुलना, क्षमताओं की पहचान और उसमें लगातार सुधार की कोशिश। दरअसल, इसी खास स्ट्रैटेजी को प्रभावी तरीके से अमल करने पर ब्रांड मैनेजर की जॉब टिकी होती है। यह जॉब ब्रांड की इमेज और मार्केट में उसके स्टैबलिशमेंट से सीधे तौर पर जुडी होती है।
कोर्स की बात
ब्रांड मैनेजमेंट का कोर्स देश में अलग से कहीं भी शुरू नहीं किया गया है। जबकि ब्रांड मैनेजमेंट एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनता जा रहा है। चाहे आईआईएम हों या दूसरे बी-स्कूल्स, हर जगह इसे मार्केटिंग कोर्स के तहत ही पढाया जाता है। इसके अंतर्गत ब्रांड मैनेजमेंट के सैद्घांतिक पक्षों के साथ-साथ मार्केट ट्रेंड की एनालिसिस, कंज्यूमर डिमांड और उसकी यूएसपी, ब्रांड रिसर्च, ब्रांड प्रोमोशन, एडवरटाइजिंग और मार्केटिंग आदि से जुडे पक्षों के बारे में विस्तार से बताया जाता है।
शैक्षिक योग्यता
ब्रांड मैनेजर बनने के लिए आपको किसी भी एरिया में ग्रेजुएशन के बाद एमबीए करना जरूरी है। साथ में, यह भी जरूरी है कि आप मार्केटिंग में स्पेशलाइजेशन करें। क्वालीफिकेशन भी वही है, जो एक आम एमबीए कोर्स में दाखिले के लिए होती है।
सेलिंग आइडियाज हैं न!
सभी प्रोडक्ट्स अपने-आप में यूनिक होते हैं, लेकिन क्या जरूरी है कि वे कन्ज्यूमर की पहली पसंद बन जाएं? शायद नहीं। ऐसा तभी संभव है, जब संबंधित कंपनी के ब्रांड मैनेजर अपनी सूझ-बूझ से प्रोडक्ट के लिए एक बेहतरीन सेलिंग आइडिया डेवलप करें। यानी उस कंपनी के ब्रांड मैनेजर पर ही यह दारोमदार होता है कि उनकी कंपनी का प्रोडक्ट कन्ज्यूमर्स हाथोंहाथ ले रहे हैं या नहीं! ब्रांड मैनेजर्स क्रिएटिव थिंकिंग और यूनिक आडियाज भुनाने में माहिर होते हैं। ब्रांड मैनेजर तक की सीढी तक पहुंचने के लिए कई स्तरों पर बेहतर करते रहना होता है। जैसे, लगातार मार्केट ट्रेंड की एनालिसिस, एडवरटाइजिंग और मार्केटिंग विभाग के साथ मिलकर न्यू आइडियाज डेवलप करते रहना।
शिक्षण संस्थान
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, कोलकाता, अहमदाबाद, बेंगलुरू, लखनऊ और इंदौर।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस ऐंड मैनेजमेंट, रांची
सिम्बॉयसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, पुणे
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग ऐंड मैनेजमेंट, नई दिल्ली
भारतीय विद्या भवन, कोलकाता
जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड एंटरपे्रन्योरशिप, बेंगलुरू
सीमा झा
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