राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में 12 मई 2016 को अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के अवसर पर नर्सिंग कर्मियों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटन्गेल पुरस्कार प्रदान किये.
ये पुरस्कार भारत में नर्सों और नर्सिंग पेशेवरों को उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए प्रदान किया जाता है. चयनितों को पुरस्कार स्वरुप स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दिया गया.
प्रति वर्ष 12 मई को दुनिया भर में फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म दिन मनाने और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति नर्सों के योगदान को चिह्नित करने के लिए यह दिन जाना जाता है.
फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार के बारे में-
• ये पुरस्कार संघ, राज्य / संघ राज्य क्षेत्रों में कार्यरत नर्सिंग कर्मियों को दिया जाता है.
• इस पुरस्कार हेतु सरकारी क्षेत्र, स्वयंसेवी संगठनों, मिशन संस्थानों और निजी संस्थानों में काम कर रहे नर्सों संबंधित राज्य सरकार के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं.
• पुरस्कार में 50000 रुपये नकद, प्रमाण पत्र, एक प्रशस्ति पत्र और एक पदक प्रदान किया जाता है.
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर-
• नर्स दिवस पहली बार वर्ष 1953 में डोरोथी सदरलैंड (स्वास्थ्य, शिक्षा और कल्याण के अमेरिकी विभाग के एक अधिकारी) द्वारा प्रस्तावित किया गया था.
• अमेरिका के राष्ट्रपति ड्वाइट डी ने पहली बार इसकी घोषणा की.
• यह पहली बार साल 1965 में अंतर्राष्ट्रीय नर्स परिषद (आईसीएन/ICN) द्वारा मनाया गया.
• आधुनिक नर्सिंग के संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म दिन 12 मई को प्ररि वर्ष उनकी वर्षगांठ के रूप में मनाया जाएगा. जनवरी 1974 में यह घोषित किया गया था.

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