राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की यात्रा के दौरान भारत और जिबूती ने नियमित विदेश कार्यालय स्तर की बातचीत हेतु चार अक्तूबर 2017 को समझौते पर दस्तखत किये.
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और जिबूती के राष्ट्रपति उमर ग्वेलेह की बातचीत के बाद समझौते पर दस्तखत किये गये. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जिबूती के राष्ट्रपति भवन में परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया. उसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई.
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वेर्ष 2015 में संघर्ष प्रभावित यमन से भारतीयों को बचाने हेतु चलाये गये ऑपरेशन राहत के दौरान जिबूती की मदद के लिए ग्वेलेह का शुक्रिया अदा किया और समुद्री तथा अक्षय ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग पर भी चर्चा की. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) की जिबूती की सदस्यता हेतु अनुमोदन की भी अपील की.
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आईएसए-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलोंद ने वर्ष 2015 में पेरिस में हुए सीओपी21 सम्मेलन में संयुक्त रूप से आईएसए की शुरूआत की.
आईएसए का उद्देश्य-
आईएसए का उद्देश्य सौर ऊर्जा संपन्न देशों के बीच सहयोग के लिए विशेष मंच प्रदान करना और सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है.
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भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जिबूती और इथियोपिया की चार दिन की यात्रा के पहले चरण में तीन अक्तूबर 2017 को यहां पहुंचे. भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पद संभालने के बाद से पहली विदेश यात्रा पर हैं. वह जिबूती की यात्रा करने वाले पहले भारतीय नेता हैं.
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