फिल्म जगत की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का 03 जुलाई 2020 को कार्डियक अरेस्ट के चलते मुंबई में निधन हो गया. वे बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही थीं. उन्हें बांद्रा स्थित एक हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था. वे 71 साल की थीं. सरोज को सांस लेने में तकलीफ के चलते मुंबई के बांद्रा में स्थित गुरु नानक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था.
अस्पताल में भर्ती होने के बाद सरोज खान की अनिवार्य कोविड-19 जांच भी की गई थी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई थी. अक्षय कुमार से लेकर महानायक अमिताभ बच्चन ने सरोज खान को सोशल मीडिया के जरिए श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने माधुरी दीक्षित और श्रीदेवी सहित बॉलीवुड के कई कलाकारों को डांस सिखाया.
डायबिटीज बीमारियों से जूझ रही थीं
सरोज खान डायबिटीज और इससे संबंधित बीमारियों से जूझ रही थीं. उन्होंने इस वजह से बीच में अपने काम से एक लंबा ब्रेक लिया था. उन्होंने साल 2019 में 'कलंक' और 'मणिकर्णिकाः द क्वीन ऑफ झांसी' में एक-एक गाने को कोरियॉग्राफ किया था.
दो हजार से भी ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ किया
गौरतलब है कि सरोज खान पिछले 40 साल में दो हजार से भी ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ किया था. उनका असली नाम निर्मला किशनचंद्र संधु सिंह नागपाल था. उनका परिवार बंटवारे के बाद भारत आ गया था. उन्होंने तीन साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट श्यामा नाम से डेब्यू किया था.
सरोज खान की शादी
सरोज खान की शादी महज 13 साल की उम्र में हो गई थी. उन्होंने 43 साल के डांस मास्टर बी सोहनलाल से शादी करने के लिए इस्लाम कबूल कर लिया था. बी सोहनलाल की इससे पहले भी शादी हो चुकी थी, वे चार बच्चों के पिता थे.
अंतिम सोशल मीडिया पोस्ट
सरोज ख़ान का अंतिम सोशल मीडिया पोस्ट भी काफी वायरल हो रहा है. उन्होंने अपने आखिरी पोस्ट में सुशांत सिंह राजपूत को याद किया था. गौरतलब है कि 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत ने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
सरोज ख़ान के बारे में
सरोज के पिता का नाम किशनचंद सद्धू सिंह और मां का नाम नोनी सद्धू सिंह था. 50 के दशक में सरोज खान ने बतौर बैकग्राउंड डांसर काम करना शुरू कर दिया था.
उन्होंने कोरियोग्राफर बी.सोहनलाल के साथ ट्रेनिंग ली. साल 1974 में रिलीज हुई फिल्म गीता मेरा नाम से सरोज खान एक स्वतंत्र कोरियोग्राफर की तरह जुड़ीं हालांकि उनके काम को काफी समय बाद पहचान मिली.
सरोज खान की मुख्य फिल्मों में मिस्टर इंडिया, नगीना, चांदनी, तेजाब, थानेदार और बेटा हैं. अपने काम के लिए सरोज खान को 3 बार नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा चुका है.
सरोज खान ने इसके साथ ही कई मशहूर गानों पर हमेशा याद रहने वाली कोरियोग्राफी की है, जिसमें 'डोला रे डोला', 'एक दो तीन', 'ये इश्क हाये' और 'निंबुड़ा' शामिल है.
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