भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने 08 जनवरी 2020 को 'भारत में ई-कॉमर्स पर बाज़ार अध्ययन: महत्वपूर्ण निष्कर्ष और अवलोकन' शीर्षक वाली एक रिपोर्ट जारी की है. सीसीआई द्वारा भारत में ई-कॉमर्स पर बाजार अध्ययन की शुरुआत अप्रैल 2019 में की गई थी. इस अध्ययन का उद्देश्य देश में ई-कॉमर्स के कामकाज के साथ-साथ बाजारों एवं प्रतिस्पर्धा हेतु भी इसके निहितार्थों को समझना था.
यह अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालता है कि ई-कॉमर्स भारत में सभी क्षेत्रों में महत्व प्राप्त कर रहा है. अध्ययन से पता चलता है कि ई-कॉमर्स ने देश में मूल्य पारदर्शिता और मूल्य प्रतिस्पर्धा बढ़ा दी है. इसके अलावा, यह बाजार के प्रमुख रुझानों और मुद्दों को भी प्रस्तुत करता है.
विशेष रूप से अध्ययन में मोबाइल फोन पर दी जाने वाली छूट का उल्लेख किया गया है. प्रतिस्पर्धा आयोग ने कहा है कि वे बाजार में अपनी दबदबे की स्थिति का लाभ उठाने वाले सभी मामलों की जांच करेगा.
डिजिटल कॉमर्स का बढ़ता महत्व
• यह अध्ययन उपभोक्ता वस्तुओं मोबाइल, जीवनशैली, विद्युतीय एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा किराने के सामान, आवास सेवाओं और खाद्य संबंधी सेवाओं की तीन व्यापक श्रेणियों को कवर करता है.
• इसके अलावा, ऑनलाइन होटल बुकिंग, परिधान खरीद, सामान खरीदना, फैशन उत्पादों की खरीद में वृद्धि हुई है. इस अध्ययन में 16 ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों, 164 कारोबारी निकायों एवं सेवा प्रदाताओं (होटल एवं रेस्तरां) के साथ-साथ देश भर के सात भुगतान प्रणाली प्रदाताओं ने भाग लिया.
• इस अध्ययन ने कारोबारी उद्यमों से यह सीखने का भी अवसर प्रदान किया है कि आखिरकार वे डिजिटल व्यापार के आगमन से किस तरह निपट रहे हैं. अध्ययन से इस बात की पुष्टि हो गई है कि जिन-जिन सेक्टरों का अध्ययन किया गया है उन सभी में ऑनलाइन कॉमर्स की अहमियत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
सर्च रैंकिंग
सीसीआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्लेटफॉर्म के नियमों एवं शर्तों में मुख्य सर्च रैंकिंग मापदंडों का सामान्य विवरण प्रस्तुत करें और सरल एवं सुगम भाषा में इसे तैयार करें तथा इस विवरण का निरंतर अद्यतन (अपडेट) करते रहें. शोध में यह पाया गया कि विक्रेता या सेवा प्रदाता ग्राहकों से उनकी धारणाओं के बारे में भी पूछते हैं.
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भुगतान प्रणाली
रिपोर्ट के अनुसार, मुख्य मापदंडों में कारोबारी उपयोगकर्ताओं (यूजर) द्वारा भुगतान किए गए किसी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष पारिश्रमिक के मद्देनजर रैंकिंग को प्रभावित किए जाने की संभावना हो, वहां उन संभावनाओं के साथ-साथ रैंकिंग पर इस तरह के पारिश्रमिक के प्रभावों का विवरण प्रस्तुत करें.
सीसीआई की रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न उत्पादों/आपूर्तिकर्ताओं हेतु प्लेटफॉर्मों द्वारा वित्त पोषित छूट दरों एवं डिस्काउंट योजनाओं में भागीदारी/गैर-भागीदारी के निहितार्थों के आधार पर डिस्काउंट पर स्पष्ट और पारदर्शी नीतियां बनाएं.
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