चीन ने दुनिया के सबसे बड़े उभयचर विमान का पहला सफल परीक्षण किया

Oct 22, 2018, 15:34 IST

इस विमान की खासियत यह भी है कि इसका इंजन भी पूरी तरह से देश में ही बनाया गया है. इसके अलावा यह 12 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है.

China-built world's largest amphibious plane, completes maiden flight test
China-built world's largest amphibious plane, completes maiden flight test

चीन में स्वदेश निर्मित तथा जल और थल दोनों सतहों पर कारगर विमान एजी600 (AG600) ने 20 अक्टूबर 2018 को पहले परीक्षण के तहत सफलतापूर्वक उड़ान भरी और लैंडिंग की. इसे दुनिया का सबसे बड़ा विमान कहा जा रहा है. इतना ही नहीं यह पूरी तरह से चीन में बनाया गया है.

चीन की सरकारी विमानन कंपनी एविएशन इंडस्ट्री कोरपोरेशन ऑफ चाइना द्वारा निर्मित इस विमान ने हूबेई प्रांत के जिंगमेन में उड़ान भरी और बाद में समुद्र में भी उतरा.

परीक्षण के समय:

परीक्षण के समय इस विमान पर पायलट संग कुल चार लोग सवार थे, जिसमें क्रू मेंबर भी शामिल थे. इससे पहले इस विमान इसी माह की शुरुआत में इस विमान का पहली बार 145 किमी प्रति घंटे की स्‍पीड पर वाटर टेक्सिंग ट्रायल किया गया था.

                                                                    एजी600 के बारे में:

एजी600 नामक कोड, जिसे टीए-600 भी कहा जाता है, वर्तमान में उड़ने वाला सबसे बड़ा उभयचर विमान है. यह चीन विमानन उद्योग निगम (एविक) द्वारा डिजाइन किया गया है. इसकी ऑपरेशन रेंज लगभग 4,500 किलोमीटर है.

हवाई जहाज ने 24 दिसंबर 2017 को झुहाई, गुआंग्डोंग में अपनी पहली उड़ान भरी. एजी600 चीन की तीन राज्य-अनुमोदित "बड़ी विमान परियोजनाओं" में से एक है.  23 जुलाई 2016 को झुहाई एविक कारखाने में प्रोटोटाइप पर कार्य शुरू किया गया था. यह विमान अपने साथ 53.5 टन वजन अपने साथ ले जा सकता है. महज कुछ सेकंड में 12 टन पानी स्टोर करने की क्षमता रखता है.

तीसरा सदस्य:

AG600 चीन के बड़े विमानों के बेड़े का तीसरा सदस्य है. दो अन्य विशाल विमान Y-20 (मालवाहक विमान) तथा यात्री विमान C919 हैं.

विमान की खासियत:

•   इस विमान की खासियत यह भी है कि इसका इंजन भी पूरी तरह से देश में ही बनाया गया है. इसके अलावा यह 12 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है.

•   यह विमान समुद्र में बचाव के दौरान अहम भूमिका निभा सकता है. इसके अलावा यह विमान जंगलों की आग बुझाने, समु्द्री सीमाओं की निगरानी में भी कारगर भूमिका निभा सकता है.

•   इस विमान के परीक्षण की शुरुआत दिसंबर 2017 में हुई थी, इसके बाद से इसके कई चरण के परीक्षण हो चुका है. इस दौरान इसके आठ बार टेक्सिंग टेस्‍ट भी हुए जिसमें इससे 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तर से लेकर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक उड़ाकर पानी का छिड़काव किया गया था.

•   इस विमान की लंबाई करीब 37 मीटर है जो लगभग बोइंग 737 के ही बराबर है. इस प्लेन को खासतौर से समुद्री बचाव कार्य, जंगल की आग बुझाने और समुद्र तट की निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. इसका उपयोग सैन्य उद्देश के लिए भी किया जा सकता है.

•   यह विमान 39.6 मीटर लंबा है और एक बार में 4 हजार किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है। इसमें 50 यात्रियों को भी ले जाया जा सकता है.

•   इस प्लेन को खासतौर से समुद्री बचाव कार्य, जंगल की आग बुझाने और समुद्र तट की निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. इस विमान की रेंज चीन द्वारा दक्षिण चीन सागर में निर्मित कृत्रिम द्वीपों तक है.

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Vikash Tiwari is an content writer with 3+ years of experience in the Education industry. He is a Commerce graduate and currently writes for the Current Affairs section of jagranjosh.com. He can be reached at vikash.tiwari@jagrannewmedia.com
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