टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 09 अप्रैल 2018 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से कॉमनवेल्थ गेम्स और भारतीय वायुसेना शामिल है.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2018: भारतीय निशानेबाज़ जीतू राय ने भारत के लिए आठवां स्वर्ण पदक जीता
भारत के अनुभवी निशानेबाज जीतू राय ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में 09 अप्रैल 2018 को पांचवें दिन भारत को आठवां स्वर्ण पदक दिलाया. जीतू राय ने फाइनल में कुल 235.1 अंक हासिल किए. उन्होंने इसके साथ ही इस स्पर्धा का नया रिकॉर्ड भी कायम किया. मिथारवल ने 214.3 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता.
भारत सरकार एवं विश्व बैंक के मध्य महाराष्ट्र के किसानों के लाभ हेतु समझौता
भारत सरकार, महाराष्ट्र सरकार और विश्व बैंक ने महाराष्ट्र के मराठवाड़ा एवं विदर्भ क्षेत्रों में रहने वाले छोटे एवं सीमांत किसानों की सहायता करने के उद्देश्य से 420 मिलियन अमेरिकी डॉलर की एक परियोजना पर हस्ताक्षर किए. विश्व बैंक महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र के 70 लाख से अधिक लघु एवं सीमांत किसानों को जलवायु के प्रति अनुकूल प्रशिक्षण के लिए शुरू की जाने वाली परियोजना हेतु 4.2 करोड़ डॉलर का ऋण देगा.
गगन शक्ति 2018 : भारतीय वायुसेना का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास शुरू
भारतीय वायुसेना ने 08 अप्रैल 2018 से पंद्रह दिन तक चलने वाले अब तक के सबसे बड़े युद्धाभ्यास गगन शक्ति 2018 की शुरुआत की. यह युद्दाभ्यास पाकिस्तान और चीन की सीमा के पास हो रहा है. इस अभ्यास में वायु सेना के लड़ाकू विमानों के बेड़े सहित समूची साजो-सामान को शामिल किया गया है. इस अभ्यास का मुख्य लक्ष्य सेना की युद्धक क्षमता का आकलन करना है. यह अभ्यास दिन के साथ-साथ रात में भी किया जा रहा हैं.
आरएच-300 ध्वनि रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया गया
मौसम की सटीक जानकारी हासिल करने के लिए भारत ने 06 अप्रैल 2018 को एक महत्वपूर्ण रॉकेट लॉन्च किया. विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र द्वारा विकसित आरएच-300 ध्वनि रॉकेट को केरल के थुम्बा इक्वाटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन से प्रक्षेपित किया गया. रॉकेट इक्वेटोरियल लॉन्चिंग स्टेशन (टीइआरएलएस) से इसे अंतरिक्ष में भेजा गया है. इससे मौसम की सटीक जानकारी मिल सकेगी तथा वायुमंडल की निचली सतह पर होने वाली उथल पुथल का सटीक अनुमान लगाया जा सकेगा.
हबल दूरबीन ने सबसे पुराने तारों के समूह की सटीक दूरी मापी
वैज्ञानिकों ने नासा के हबल अंतरिक्ष दूरबीन से पहली बार सबसे पुराने तारों के समूह की दूरी को सटीक नापा है. तारों के समूह की सटीक दूरी का पता चलने से ब्रह्मांड की उम्र का अंदाजा हो सकता है. इससे खगोल वैज्ञानिकों को तारों के क्रमिक विकास के प्रारूपों में सुधार करने में मदद मिलेगी. यह तारा समूह 13.2 अरब वर्ष पुराना है, जो बिग बैंग के बाद बना था. यह ब्रह्मांड की उम्र पता करने में स्वतंत्र अनुमान देता है. इससे खगोल वैज्ञानिकों को तारा मंडल के विकास मॉडल को सुधारने में सहायता मिलेगी.
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