Current Affairs in Hindi: टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 09 मार्च 2018 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से नारी शक्ति पुरस्कार और उद्यम सखी पोर्टल शामिल है.
न्यायाधीश गीता मित्तल ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित
दिल्ली हाई कोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल को 08 मार्च 2018 को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
यह पुरस्कार पहली बार किसी महिला को कानून और न्याय के क्षेत्र में महिलाओं के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है. यह पुरस्कार उन्हें राष्ट्रपति भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दिया गया.
केंद्र सरकार ने महिला उद्यमियों के लिए ‘उद्यम सखी’ पोर्टल का शुभारंभ किया
सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्योग मंत्री गिरिराज सिंह ने 08 मार्च 2018 को महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए ‘उद्यम सखी’ पोर्टल का शुभारंभ किया. इस पोर्टल की वेबसाइट www.udyamsakhi.org. है.
देश में इस समय 80 लाख ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने अपना कारेाबार शुरु किया है सफलातपूर्व उसे चला रही हैं. सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) का मानना है कि भारतीय महिलाएं देश की आर्थिक प्रगति में अहम भूमिका निभा सकती हैं.
आंग सान सू की को दिया गया मानवाधिकार सम्मान वापिस लिया गया
अमेरिका स्थित हॉलोकास्ट म्यूज़ियम ने 08 मार्च 2018 को म्यांमार की नेता आंग सान सू की को दिए गये प्रतिष्ठित मानवाधिकार सम्मान को वापिस लेने की घोषणा की है. हॉलोकास्ट म्यूज़ियम का आरोप है कि सू की रोहिंग्या मुस्लिमों पर हो रहे हमलों को रोकने एवं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकाम रही हैं.
म्यांमार में तानाशाह सैन्य शासन के दौरान 15 साल तक हिरासत में रह चुकी सू की वर्ष 2012 में यह मानवाधिकार सम्मान हासिल करने वाली दूसरी शख्सियत हैं.
इच्छामृत्यु के लिए सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी, जानें इच्छामृत्यु से जुड़े फैक्ट्स
सुप्रीम कोर्ट ने 9 मार्च 2018 को एक याचिका पर सुनवाई करते हुए मरणासन्न व्यक्ति द्वारा इच्छामृत्यु के लिए लिखी गई वसीयत (लिविंग विल) को मंजूरी दे दी. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक अब कोई मरीज़ सम्मान के साथ मर सकता है.
सुप्रीम कोर्ट ने इच्छामृत्यु के लिए एक गाइडलाइन जारी की है, जो कि कानून बनने तक प्रभावी रहेगी. चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई में पांच जजों की संवैधनिक पीठ ने यह ऐतिहासिक फैसला सुनाया. चीफ जस्टिस के अलावा जस्टिस ए के सिकरी, जस्टिस ए एम खानविलकर, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस अशोक भूषण भी शामिल थे.
भारतीय आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोशी ‘प्रित्जकर’ पुरस्कार से सम्मानित
भारत के मशहूर आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोशी को 07 मार्च 2018 को ‘प्रित्जकर’ पुरस्कार के लिए चुना गया है. यह पुरस्कार आर्किटेक्चर क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वालों को दिया जाता है.
बालकृष्ण दोशी को विदेशी परंपरा के मुताबिक इमारत का निर्माण करने और उसी दौरान अपने गृह क्षेत्र के लोगों के जीवनस्तर में सुधार लाने के लिए प्रित्जकर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. बालकृष्ण दोशी प्रित्जकर पुरस्कार पाने वाले पहले भारतीय हैं. बालकृष्ण दोशी को यह पुरस्कार मई के महीने में टोरंटो में दिया जाएगा.
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