राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी पर बनाया गया बहुप्रतीक्षित सिग्नेचर ब्रिज 05 नवंबर 2018 से आम जनता के लिए खोला गया. इस परियोजना के पूरा होने से उत्तरी और उत्तरपूर्वी दिल्ली के बीच यात्रा का समय कम हो जायेगा. आमजन इस ब्रिज के ऊपर से शहर के विस्तृत मनोरम दृश्य का आनंद भी ले सकेंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 04 नवम्बर 2018 को सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उनके साथ उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित दिल्ली सरकार के कई मंत्री व विधायक भी मौजूद थे.
सिग्नेचर ब्रिज की विशेषताएं
• सिग्नेचर ब्रिज के मुख्य पिलर की ऊंचाई 154 मीटर है. ब्रिज पर 19 स्टे-केबल्स हैं, जिन पर ब्रिज का 350 मीटर भाग बगैर किसी पिलर के रोका गया है. पिलर के ऊपरी भाग में चारों तरफ शीशे लगाए गए हैं.
• 1.8 किलोमीटर लंबे सिग्नेचर ब्रिज पर 2007 से 2018 के बीच काम चालू और बंद हो रहा था.
• इस ब्रिज के दोनों ओर चार-चार लेन की सड़क होगी. इस ब्रिज के मध्य में 154 मीटर का पिलर है. पिलर में ही लिफ्ट की व्यवस्था की गई है.
• यह ब्रिज 154 मीटर ऊंचे ग्लास बॉक्स के साथ पर्यटक स्थल के रूप में कार्य करेगा जो पर्यटकों को शहर का ‘बर्ड्स-आई व्यू' प्रदान करेगा.
• रात के समय सुंदरता बढ़ाने के लिए मुख्य पुल में स्ट्रीट लाइटिंग व हाई मास्ट लाइटिंग की गई है.
पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि 2004 में सिग्नेचर ब्रिज का प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, लेकिन अब 14 साल बाद इसे जनता के लिए खोला जाएगा. वर्ष 2007 में शीला दीक्षित के मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दी थी. शुरूआत में इसे 2010 में दिल्ली में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले पूरा किया जाना था. ब्रिज की लागत 1518.37 करोड़ रुपए आई है. ब्रिज को तैयार करने में डेडलाइन 6 बार आगे बढ़ाई गई.
Latest Stories
यूपीएससी, एसएससी, बैंकिंग, रेलवे, डिफेन्स और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नवीनतम दैनिक, साप्ताहिक और मासिक करेंट अफेयर्स और अपडेटेड जीके हिंदी में यहां देख और पढ़ सकते है! जागरण जोश करेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें!
Comments
All Comments (0)
Join the conversation