CV Ananda Bose: फॉर्मर आईएएस ऑफिसर सीवी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल का गवर्नर नियुक्त किया गया है. उनके जल्द ही पदभार ग्रहण करने की उम्मीद है, उनकी नियुक्ति उनके ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यालय ने श्री बोस की नियुक्ति की पुष्टि की है.
राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय कुमार सिंह ने एक बयान जारी कर डॉ. सी.वी. आनंद बोस के पश्चिम बंगाल के नियमित राज्यपाल के रूप में नियुक्त की पुष्टि की है.
Dr CV Ananda Bose appointed as the Governor of West Bengal. pic.twitter.com/PsGKySLgGO
— ANI (@ANI) November 17, 2022
ला गणेशन के पास था अतिरिक्त प्रभार:
पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ के भारत के उपराष्ट्रपति बनने के बाद, मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन को पश्चिम बंगाल के गवर्नर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. आनंद बोस की नियुक्ति के बाद पश्चिम बंगाल को एक नियमित राज्यपाल मिल गया है.
बोस की नियुक्ति है अहम्:
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में आनंद बोस की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब राजभवन और वेस्ट बंगाल सरकार के संबंधो में थोड़ा तनाव देखा जा रहा है. ऐसे में फॉर्मर आईएएस ऑफिसर की नियुक्ति को अहम् माना जा रहा है साथ ही आनंद बोस को कई प्रकार की चुनौतियां होंगी और इन चुनौतियों का वह कैसे सामान करते है यह देखने वाली बात होगी.
इस बारे में पूछे जाने पर बोस ने कहा, "विचारों के सभी मतभेदों को विवादों के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, साथ ही उन्होंने कहा कि विरोध और वैचारिक मतभेद को कमजोरी के रूप में नहीं बल्कि लोकतंत्र की ताकत के रूप में देखा जाना चाहिए.
कौन है डॉ. सी.वी. आनंद बोस?
फॉर्मर आईएएस ऑफिसर और जवाहरलाल नेहरू फैलोशिप के प्राप्तकर्ता डॉ सीवी आनंद बोस का जन्म 02 जनवरी 1951 को कोट्टायम, केरल में हुआ था. बोस का नाम स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर उनके पिता वासुदेवन नायर ने रखा था, जो नेताजी के उनके संघर्ष में शामिल थे.
उनकी शिक्षा बिट्स पिलानी और KE कॉलेज से हुई है, उन्होंने हैबिटेट एंड एनवायरनमेंट (Habitat & Environment) में पीएचडी डिग्री हासिल कर रखी है.
आनंद बोस ने आईएएस सर्विस को वर्ष 1977 में ज्वाइन किया था. साथ ही वह वह मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी के पहले फेलो भी हैं.
प्रशासनिक सेवा के साथ-साथ वह एक प्रसिद्ध राइटर भी है. उन्होंने नॉवेल, शार्ट स्टोरीज, कविताएँ और निबंध सहित अंग्रेजी, मलयालम और हिंदी में 40 पुस्तकें प्रकाशित की है.
बोस ने शिक्षा, वन और पर्यावरण, श्रम और सामान्य प्रशासन जैसे विभिन्न मंत्रालयों में जिला कलेक्टर और प्रधान सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में भी अपनी सेवाएँ दी है. वह क्विलोन जिले (अब कोल्लम) के जिला कलेक्टर के रूप में भी अपनी सेवाएँ दी थी.
आनंद बोस, पीएम मोदी सरकार के लिए विकास एजेंडा तैयार करने वाले वर्किंग ग्रुप के अध्यक्ष भी थे. जिसमे उन्होंने 'सभी के लिए किफायती आवास' की अवधारणा को सबसे पहले पेश किया था जो इस समय एक सफल योजना है.
अवार्ड्स:
आनंद बोस को 'यूनाइटेड नेशन ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिस' अवार्ड, जवाहरलाल नेहरू फैलोशिप के अलावा सिंगापुर सरकार द्वारा शहरी हरित प्रबंधन उत्कृष्टता सम्मान से भी सम्मानित किया गया है.
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