जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की नारा शहर में भाषण देने के दौरान गोली लगने के बाद मौत हो गई है. उनकी हालत हमले के बाद से ही नाजुक बनी हुई थी. शिंजो आबे को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही थी, लेकिन इसमें डॉक्टर्स को सफलता नहीं मिली.
बता दें कि शिंजो आबे को गोली मारने वाला हत्यारा पकड़ा जा चुका है. उसे हमले के तुरंत बाद घटनास्थल से ही पकड़ लिया गया था. शिंजो आबे को गोली लगने के बाद कई बड़े देशों के प्रमुखों ने हमले की निंदा की. इस घटना की निंदा भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने भी की है.
As a mark of our deepest respect for former Prime Minister Abe Shinzo, a one day national mourning shall be observed on 9 July 2022.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2022
हमला किसके द्वारा किया गया
पश्चिमी जापान के नारा शहर में 41 वर्षीय तेत्सुया यामागामी नाम के व्यक्ति द्वारा हमला किया गया. पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है तथा उससे बंदूक भी बरामद की है. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक आबे को सीने में गोली मारी गई थी.
Sharing a picture from my most recent meeting with my dear friend, Shinzo Abe in Tokyo. Always passionate about strengthening India-Japan ties, he had just taken over as the Chairman of the Japan-India Association. pic.twitter.com/Mw2nR1bIGz
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2022
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने शिंजो आबे के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि मैं अपने सबसे प्यारे दोस्तों में से एक शिंजो के जाने से काफी दुखी हूं. वे एक महान वैश्विक राजनेता और एक उल्लेखनीय प्रशासक थे. उन्होंने जापान एवं दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने हेतु अपना जीवन समर्पित कर दिया. पीएम मोदी ने दुख जताते हुए कहा कि शिंजो आबे के निधन पर हमारी गहरी संवेदना है और इसी के चलते देश में 09 जुलाई को एक दिन का राष्ट्रीय शोक होगा.
"As a mark of our deepest respect for former Prime Minister #ShinzoAbe, a one day national mourning shall be observed on 9 July 2022," tweets Prime Minister Narendra Modi. pic.twitter.com/bCifGYEls2
— ANI (@ANI) July 8, 2022
शिंजो आबे: एक नजर में
शिंज़ो आबे का जन्म 1954 में एक राजनीतिक परिवार में हुआ था. उनके पिता शिंतारो आबे भी नेता थे तथा जापान के विदेश मंत्री रहे थे. शिंज़ो आबे के दादा नोबुसुके किशी जापान के प्रधानमंत्री रहे थे.
साल 2006 में शिंज़ो आबे दूसरे विश्व युद्ध के बाद जापान के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने थे. हालांकि उन्होंने उसी साल इस्तीफा दे दिया था और फिर साल 2012 से साल 2020 तक जापान के प्रधानमंत्री रहे.
आबे ने सेहत से जुड़ी समस्याओं के वजह से 2020 में इस्तीफा दे दिया था. हालांकि अपनी पार्टी में आबे अब भी सबसे लोकप्रिय नेता हैं.
शिंज़ो आबे का कार्यकाल सितंबर 2021 में खत्म होने वाला था. आबे जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड तोड़ चुके थे.
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