संयुक्त राष्ट्र की ईकाई यूनिसेफ ने 12 दिसंबर 2017 को जारी एक घोषणा में कहा कि डेमाक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (डीआरसी) में यदि जल्द कदम नहीं उठाये गये तो चार लाख बच्चों की भूख से मृत्यु हो सकती है.
यूनिसेफ द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया कि कांगो में चार लाख से अधिक बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं और आपात हस्तक्षेप की आवश्यकता है.
यूनिसेफ रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
• लगभग चार लाख बच्चे पांच वर्ष से कम उम्र के हैं. इन बच्चों में गंभीर कुपोषण मौजूद है.
• यदि इन बच्चों की जीवन की रक्षा के लिए आपातकालीन उपाय नहीं किए गए तो 2018 में उनकी मृत्यु हो सकती है.
• यूनिसेफ ने कहा कि 18 महीने से चली आ रही हिंसा, बड़े पैमाने पर विस्थापन और कृषि उत्पादन में आ रही गिरावट का बच्चों पर काफी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.
• यूनिसेफ की रिपोर्ट के अनुसार संकट ग्रस्त मध्य अफ्रीकी देश में यह समस्या कसई के विशाल क्षेत्र में फैल रही है.
यूनिसेफ के बारे में
• यूनिसेफ की स्थापना 11 दिसम्बर 1946 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा न्यूयार्क में की गई. इसका पूरा नाम यूनाइटेड नेशन्स चिल्ड्रेन्स फंड है.
• इसका उद्देश्य विश्वभर में बच्चों की सेहत, पोषण, शिक्षा और विकास हेतु कार्य करना है.
• यूनिसेफ ने भारत में वर्ष 1949 से काम करना शुरु किया था.
• यूनिसेफ द्वारा प्रत्येक वर्ष पूरे विश्व में नवजात बच्चों के टीकाकरण हेतु 3 बिलियन टीके दिए जाते हैं.
• वर्तमान में यूनीसेफ के कार्यकर्ता विश्व के 190 से अधिक देशों में बाल कल्याण हेतु लगातार प्रयासरत हैं.
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