दिल्ली के परिवहन विभाग ने राज्य के सभी वाहन मालिकों को निर्देश दिया है कि वे अपने वाहनों में उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट (HSRP) लगवाएं. राज्य विभाग के नोटिस के अनुसार, नागरिकों को ’बिना किसी देरी के’ अपने स्वामित्व वाले वाहनों पर HSRP प्राप्त करना चाहिए’, और ऐसा न करने पर, केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम के तहत उन्हें जुर्माना देना होगा.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, 1 अप्रैल, 2019 से पहले देश में बेचे गये सभी वाहनों को HSRP और रंग-कोडित स्टिकर हासिल करना होगा.
उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट का विवरण
इन प्लेटों को एल्यूमीनियम से बनाया जाएगा और दुबारा इस्तेमाल न किये जा सकने वाले कम से कम दो स्नैप-ऑन लॉक्स का उपयोग करके वाहन पर चिपका दिया जाएगा. इन उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट (हाई-सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट्स) में अशोक चक्र के हॉट-स्टैम्प्ड क्रोमियम आधारित 20 मिमी x 20 मिमी होलोग्राम शामिल होंगे जो नीले रंग के होंगे. यह होलोग्राम प्लेट के ऊपरी बाएं कोने पर होगा.
इस प्लेट के निचले बायें कोने में एक 10-अंकीय स्थायी पहचान संख्या (पिन) होगी जो रिफ्लेक्टिव शीट पर लेजर ब्रांडेड होगी. इसमें 45 डिग्री के कोण पर ‘इंडिया’ खुदा होगा और एक हॉट-स्टैम्प्ड फिल्म भी होगी, जो अंकों पर लगाई जाएगी.
जब एक बार इस नंबर प्लेट को कार में चिपका दिया जाएगा, तो विशिष्ट HSRP स्वचालित तौर पर उस कार से जुड़ जाएगा.
अपने वाहन के लिए HSRP कैसे प्राप्त करें?
परिवहन मंत्रालय के नए नियम के अनुसार, वाहन निर्माताओं के लिए वाहन के साथ ही HSRP वाहन डीलरों को प्रदान किया जाना है. इसके अलावा, ये उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेट्स पांच साल की गारंटी के साथ आती हैं, अगर यह प्लेट 5 साल से पहले ही क्षतिग्रस्त हो जाती है या नंबरों का रंग फेड हो जाता है, तो इस प्लेट को फिट करने वाले डीलर को इसे बिना किसी लागत के बदलना होगा.
क्या HSRP के लिए अतिरिक्त मूल्य देना होगा?
अप्रैल, 2019 के बाद से भारत में बेचे जाने वाले सभी वाहन पहले से ही डीलर की तरफ़ से HSRP के साथ आ रहे हैं और इसकी लागत के साथ-साथ इसे वाहन पर फिक्स करने की लागत पहले से ही वाहन की कीमत में शामिल होती है.
हालांकि, ऐसे वाहन, जो अप्रैल 2019 से पहले बेचे जा चुके हैं, वाहन मालिकों को सरकार या ऑटोमोबाइल डीलरशिप द्वारा अधिकृत HSRP विक्रेताओं से संपर्क करना होगा और यह नंबर प्लेट प्राप्त करने के लिए निर्धारित मामूली राशि का भुगतान करना होगा.
उच्च सुरक्षा पंजीकरण प्लेटों का क्या महत्व है?
• वाहनों पर परंपरागत रूप से उपयोग की जाने वाली प्लेटों के साथ छेड़छाड़ करना आसान होता है और इसे बहुत आसानी से बदला भी जा सकता है जिससे वाहन चोरी होने की स्थिति में संबद्ध वाहन को ट्रैक करना बहुत मुश्किल हो जाता है.
• ये नंबर प्लेट्स निजी विक्रेताओं और ऑटोमोबाइल डीलरों द्वारा वाहनों पर फिक्स की जाती हैं जिन्हें राज्य अधिकारियों द्वारा अनुमोदित किया जाता है. इसके अलावा, वाहन मालिक द्वारा चेसिस नंबर, इंजन नंबर आदि जैसे विवरण प्रदान करने के बाद HSRP जारी किया जाएगा. यह HSRP की जालसाजी को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
• HSRP के माध्यम से, वाहन का विवरण जैसे चेसिस नंबर, इंजन नंबर एक उपयुक्त केंद्रीकृत डेटाबेस में संग्रहीत किया जाएगा. इस नंबर प्लेट में 10-अंकों के पिन के साथ ये विवरण चोरी हुए वाहनों की पहचान करने में अधिकारियों की मदद करेंगे.
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